शहबाज शरीफ ने ट्रंप को दिया भारत-पाक सीजफायर का क्रेडिट, नोबेल देने की भी की सिफारिश...जानें क्या कुछ और कहा
गाजा पर वैश्विक सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने डोनाल्ड ट्रंप की भारत-पाक युद्ध रोकने की भूमिका की सराहना की. उन्होंने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया. इजरायल ने भी ट्रंप के मध्य पूर्व में शांति प्रयासों का समर्थन किया. ट्रंप ने भी विनम्र प्रतिक्रिया दी.

Shehbaz Sharif praises Trump: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय पहल की प्रशंसा की है. सोमवार को गाजा के भविष्य पर आयोजित वैश्विक सम्मेलन में शरीफ ने कहा कि ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को टालने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने इसे शांति की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया.
इस सम्मेलन में ट्रंप ने भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परोक्ष रूप से सराहना करते हुए कहा कि भारत एक महान देश है और उसके शीर्ष पर उनके "बहुत अच्छे मित्र" हैं, जिन्होंने बेहतरीन कार्य किया है.
नोबेल शांति पुरस्कार के लिए ट्रंप का नामांकन
सम्मेलन में एक भावनात्मक क्षण तब आया जब ट्रंप ने मंच से शरीफ को आमंत्रित करते हुए कहा कि आप कुछ कहना चाहेंगे? वह बात जो आपने मुझसे उस दिन कही थी. इस पर शरीफ मंच पर आए और करीब पांच मिनट तक ट्रंप की खुलकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने पूरी दुनिया में शांति और स्थिरता लाने के लिए जो प्रयास किए, वे अद्वितीय हैं. उन्होंने सिर्फ भारत-पाक के बीच ही नहीं, बल्कि मध्य पूर्व में भी कई संघर्षों को रोका है. पाकिस्तान की ओर से मैं उन्हें आधिकारिक रूप से नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करता हूं.
अगर ट्रंप ने हस्तक्षेप न किया होता…
अपने संबोधन में शरीफ ने जोर देते हुए कहा, “अगर राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी टीम ने चार दिनों तक सक्रिय हस्तक्षेप न किया होता, तो भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष उस स्तर तक पहुंच जाता, जहां शायद कोई भी जीवित न बचता.” उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप की कूटनीतिक भूमिका सिर्फ दक्षिण एशिया तक सीमित नहीं रही. उन्होंने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के साथ मिलकर मध्य पूर्व में भी शांति का मार्ग प्रशस्त किया.
इजराइल से भी मिला समर्थन
इस सराहना के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और वहां की संसद ने भी ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए समर्थन दिया है. नेतन्याहू के अनुसार, ट्रंप ने मध्य पूर्व में कई युद्धों को रोका और अभूतपूर्व शांति समझौतों को आगे बढ़ाया.
ट्रंप का मजाकिया अंदाज
ट्रंप जब दोबारा मंच पर लौटे तो उन्होंने हंसते हुए कहा, “वाह! यह तो मैंने सोचा भी नहीं था. अब लगता है कि सम्मेलन यहीं खत्म कर देना चाहिए. अलविदा दोस्तों!” उनकी इस प्रतिक्रिया पर वहां मौजूद लोग ठहाके लगाते नजर आए. ट्रंप ने शरीफ की बातों के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, “वह बहुत ही खूबसूरत था और बेहद सजीव तरीके से कहा गया. धन्यवाद.”


