कराची की ल्यारी में छह मंजिला इमारत ढही, 16 की मौत, कई अब भी मलबे में दबे
कराची के ल्यारी इलाके के बगदादी मोहल्ले में शनिवार को एक छह मंजिला आवासीय इमारत के अचानक ढह जाने से भीषण त्रासदी हो गई. अब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है.

कराची के ल्यारी इलाके के बगदादी मोहल्ले में शनिवार को एक छह मंजिला आवासीय इमारत के अचानक ढह जाने से भीषण त्रासदी हो गई. अब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है. घटनास्थल पर बचाव कार्य तेजी से जारी है. राहत दलों ने अब तक नौ लोगों को गंभीर हालत में मलबे से जिंदा बाहर निकाला है, जिनमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं. इन्हें तत्काल इलाज के लिए एसएमबीबी ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया है.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 19 लोगों को शुरुआती बचाव में निकाला गया था, जिनमें से आठ की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक की अस्पताल में इलाज के दौरान जान चली गई. छह अन्य लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि तीन अब भी भर्ती हैं.
लापरवाही से मौतें, जिम्मेदार कौन?
कराची के मेयर मुर्तजा वहाब ने जानकारी दी कि इमारत के नीचे अब भी कई लोग फंसे हो सकते हैं. वहीं, कराची के कमिश्नर हसन नकवी ने 13 घंटे देरी से घटनास्थल का दौरा किया और इस हादसे के लिए असुरक्षित इमारत में रहने को जिम्मेदार ठहराया. उनका दावा है कि सिंध बिल्डिंग कंट्रोल अथॉरिटी (SBCA) ने इस इमारत को पहले ही ‘खतरनाक’ घोषित कर नोटिस भेजे थे. हालांकि, रहवासियों का कहना है कि उन्हें कोई आधिकारिक चेतावनी नहीं मिली थी.
ढही हुई इमारत के मलबे ने पास की अन्य इमारतों को भी नुकसान पहुंचाया है, जिससे इलाके में डर और तनाव का माहौल है.
सरकार का एक्शन, जांच समिति गठित
गवर्नर कामरान टेसोरी ने घटना पर गहरा दुख जताया और अधिकारियों को बचाव कार्य में कोई कसर न छोड़ने का आदेश दिया. घायलों को बेहतर इलाज देने और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने दिशा-निर्देश जारी किए हैं. सिंध स्थानीय सरकार विभाग ने इस दुर्घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई है, जिसे तीन दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपनी है. साथ ही, ढही इमारत से जुड़े SBCA के अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.