छह हफ्ते, कोई वेतन नहीं, कोई समझौता नहीं, लेकिन ट्रंप झुकने को तैयार नहीं...अमेरिका में शटडाउन के अंदर
अमेरिका में छह सप्ताह से जारी सरकारी शटडाउन से कर्मचारी वेतन, हवाई अड्डों की सेवाएं और खाद्य सहायता गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है। डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच समझौते की कोशिशें जारी हैं, लेकिन ट्रंप अपने रुख पर अड़े हैं। आर्थिक दबाव बढ़ रहा है और समाधान अभी स्पष्ट नहीं है.

नई दिल्लीः अमेरिका में संघीय सरकार का शटडाउन छह सप्ताह पार कर चुका है और इसका असर देश भर में साफ दिखाई दे रहा है. लाखों सरकारी कर्मचारी वेतन के बिना काम कर रहे हैं, हवाई अड्डों पर गंभीर अव्यवस्था दिख रही है और कई परिवार खाद्य सहायता में देरी का सामना कर रहे हैं. इन सबके बीच वाशिंगटन में निराशा बढ़ती जा रही है, हालांकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने रुख में कोई बदलाव लाने को तैयार नहीं दिख रहे.
पहली बड़ी कोशिश
सीनेटरों ने सप्ताहांत में कई बैठकों के जरिए स्थिति सुधारने की कोशिश की. यह उन पहली कोशिशों में से एक है जो शटडाउन शुरू होने के एक महीने से अधिक समय बाद की गई है. उद्देश्य यह है कि जिन कर्मचारियों के वेतन रुक गए हैं और जिन सेवाओं में भारी बाधा आ रही है, उन्हें राहत दी जा सके.
इसके बावजूद दोनों पार्टियों के बीच किसी ठोस समझौते का संकेत अभी नहीं दिख रहा. सबसे बड़ा कारण यह है कि राष्ट्रपति ट्रम्प समझौते के लिए तैयार नहीं हैं. शनिवार को उन्होंने साफ कर दिया कि वे उन डेमोक्रेट्स के साथ समझौता नहीं करेंगे जो अफोर्डेबल केयर एक्ट टैक्स क्रेडिट को एक और वर्ष के लिए बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. ट्रंप ने इस कार्यक्रम को बेहद खराब बताते हुए सोशल मीडिया पर उसकी आलोचना की और सुझाव दिया कि कांग्रेस सीधे नागरिकों को बीमा खरीदने के लिए पैसा भेजे.
फिलिबस्टर खत्म करने की ट्रंप की मांग
मामला और जटिल तब हो गया जब ट्रंप ने रिपब्लिकन पार्टी से फिलिबस्टर खत्म करने की मांग कर दी. यह वह नियम है जिसके तहत अधिकतर विधेयकों को पारित करने के लिए 60 वोट जरूरी होते हैं और जिसकी वजह से दोनों पार्टियों को सहयोग करना पड़ता है. ट्रंप का इरादा डेमोक्रेट्स को पूरी तरह दरकिनार कर देने का है. उपराष्ट्रपति जे. डी. वेंस ने भी इस मांग का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि जो रिपब्लिकन फिलिबस्टर बनाए रखना चाहते हैं, वे गलत हैं.
डेमोक्रेट्स की नई पेशकश
दूसरी तरफ, सीनेट में कुछ उदारवादी डेमोक्रेट ऐसे प्रस्ताव पर काम कर रहे हैं जिसमें सरकार को अभी के लिए पुनः खोलने और स्वास्थ्य सब्सिडी पर बाद में मतदान करने का सुझाव है. शुक्रवार को डेमोक्रेट्स ने सरकार खोलने के बदले एसीए टैक्स क्रेडिट को एक वर्ष तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया.
यह क्रेडिट ओबामाकेयर का एक अहम हिस्सा है और लाखों लोगों की स्वास्थ्य बीमा लागत को कम करता है. सीनेट अल्पसंख्यक नेता चक शूमर ने कहा कि रिपब्लिकन केवल हां बोलकर संकट समाप्त कर सकते हैं.
रिपब्लिकन की प्रतिक्रिया
रिपब्लिकन तुरंत सहमत नहीं हुए. वार्ता का नेतृत्व कर रहीं सीनेटर जीन शाहीन ने कहा कि शूमर के प्रस्ताव को ठुकराए जाने के बाद डेमोक्रेट्स को नए रास्ते तलाशने पड़ेंगे. अब दोनों दल ऐसे कानून पर चर्चा कर रहे हैं जो सरकार के कुछ हिस्सों, जैसे खाद्य सहायता और पूर्व सैनिक कार्यक्रमों को धन उपलब्ध करा सके और बाकी विभागों के लिए बजट कुछ महीनों तक बढ़ाया जा सके.
इसमें स्वास्थ्य सब्सिडी को तुरंत बढ़ाने की गारंटी नहीं होगी, केवल भविष्य में मतदान का आश्वासन होगा. फिर भी यह साफ नहीं है कि ट्रम्प ऐसी किसी व्यवस्था को मंजूरी देंगे.
अर्थव्यवस्था पर असर बढ़ा
शटडाउन 39 दिन का हो चुका है और आर्थिक दबाव बढ़ रहा है. वेतन रुकने से सरकारी कर्मचारी परेशान हैं, हवाई अड्डों पर स्टाफ की कमी से संचालन प्रभावित है और एसएनएपी जैसे कार्यक्रमों के लाभ में देरी हो रही है. कांग्रेस पर कार्रवाई का दबाव पहले से अधिक है, फिर भी समाधान अभी दूर दिखाई दे रहा है.


