बांग्लादेश में सत्ता की लड़ाई: हसीना बोलीं – यूनुस ने देश बेच डाला, अब आतंकियों का राज!
शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस पर लगाया बड़ा आरोप — कहा, आतंकियों की मदद से सत्ता छीन ली और संविधान तक को कुचल डाला! जेलों से रिहा किए गए खतरनाक लोग, देश में छा गया डर का माहौल. क्या सच में बांग्लादेश अब आतंकियों के हाथ में है? पूरी खबर पढ़िए, जानिए क्या हो रहा है पड़ोसी देश में और शेख हसीना क्यों पहुंचीं भारत शरण लेने!

Bangladesh: पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश इन दिनों भारी राजनीतिक उथल-पुथल से गुजर रहा है. वहां की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक बड़ा आरोप लगाकर सबको चौंका दिया है. उन्होंने सीधे-सीधे अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस पर हमला बोलते हुए कहा है कि यूनुस ने आतंकियों की मदद से बांग्लादेश की सत्ता पर कब्जा कर लिया है.
आतंकियों को जेल से निकालकर बना दिया राजा – हसीना का दावा
शेख हसीना ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि यूनुस ने सत्ता पाने के लिए उन संगठनों का सहारा लिया जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जिन आतंकियों को उनकी सरकार ने जेल में डाला था, यूनुस ने सत्ता में आते ही सबको छोड़ दिया. अब वही लोग देश चला रहे हैं और आम जनता डर के साए में जी रही है.
“संविधान से खेलने का हक किसने दिया?”
हसीना का कहना है कि बांग्लादेश का संविधान लाखों लोगों की कुर्बानी से हासिल हुआ है. ऐसे में एक ऐसा नेता, जो अवैध तरीके से सत्ता में आया है, उसे संविधान से खेलने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने ये भी दावा किया कि यूनुस ने न सिर्फ अवामी लीग (हसीना की पार्टी) पर बैन लगा दिया है, बल्कि संविधान की मर्यादा को भी तार-तार कर दिया है.
5 अगस्त 2024 का तख्तापलट – बदलाव की शुरुआत
5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश की राजनीति में भूकंप आया था. उस दिन शेख हसीना की सरकार के खिलाफ हिंसक बगावत हुई और उन्हें सत्ता छोड़नी पड़ी. इसके बाद हसीना भारत आ गईं और तब से वहीं शरण में हैं. उसी तख्तापलट के बाद मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के मुखिया बने.
सेना और विपक्ष का बढ़ता दबाव, चुनाव की मांग तेज
बांग्लादेश की सेना और बड़ी विपक्षी पार्टी BNP (बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी) अब यूनुस पर दबाव बना रही है कि दिसंबर 2025 तक चुनाव कराए जाएं. लेकिन यूनुस का कहना है कि अगर उन पर जबरन दबाव बनाया गया, तो वह “जनता के साथ मिलकर जवाबी कार्रवाई” करेंगे.
अस्थिरता बढ़ी, भारत-बांग्लादेश संबंधों में भी असर
शेख हसीना के भारत में होने से दोनों देशों के रिश्तों पर भी असर पड़ा है. भारत ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर बढ़ते खतरे को लेकर चिंता जताई है. वहीं यूनुस सरकार ने भारत से हसीना को वापस सौंपने की मांग की है.
बांग्लादेश में हालात बहुत गंभीर हो चुके हैं. शेख हसीना और मोहम्मद यूनुस के बीच सत्ता की जंग अब खुलकर सामने आ चुकी है. एक तरफ आरोपों की बौछार है, दूसरी तरफ देश में डर और अनिश्चितता का माहौल. ऐसे में आने वाले कुछ महीने बांग्लादेश की राजनीति के लिए बेहद अहम साबित हो सकते हैं.


