EU की रूस पर कार्रवाई, मॉस्को की 250 अरब डॉलर की संपत्तियों को अनिश्चितकाल के लिए किया फ्रीज
यूरोपीय संघ ने रूस की 250 अरब डॉलर की संपत्तियां यूक्रेन को हुए नुकसान की भरपाई शर्त पर फ्रीज कीं. यूक्रेन और रूस के बीच जमीन व समुद्र पर संघर्ष जारी है. डेनमार्क ने ट्रंप की नीतियों को नाटो कमजोर करने वाला बताया.

नई दिल्लीः यूरोपीय संघ (ईयू) ने शुक्रवार को रूस की 250 अरब डॉलर मूल्य की जब्त संपत्तियों को अनिश्चितकाल के लिए स्थिर करने का निर्णय लिया है. ईयू का यह कदम यूक्रेन को युद्ध में हुए नुकसान की भरपाई के लिए शर्त रखकर किया गया है. 27 सदस्य देशों वाले इस समूह में हंगरी और स्लोवाकिया ने इस प्रस्ताव का विरोध किया, लेकिन बाकी 25 देशों ने बहुमत से इसे मंजूरी दे दी.
रूस ने इस निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि उसकी संपत्ति को गैरकानूनी तरीके से हड़पने की साजिश रची जा रही है. रूसी केंद्रीय बैंक ने बेल्जियम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है. ईयू ने स्पष्ट किया कि अगर रूस ने यूक्रेन को हुए नुकसान की भरपाई नहीं की, तो उसकी जब्त संपत्तियों का इस्तेमाल यूक्रेन की सहायता के लिए किया जाएगा.
हंगरी और स्लोवाकिया की आपत्ति
हंगरी और स्लोवाकिया ने जोर देकर कहा कि रूस की संपत्तियों को यूक्रेन की मदद के लिए उपयोग करना संघ में फूट डाल सकता है. दोनों देशों का मानना है कि इससे यूरोपीय एकता कमजोर हो सकती है. यह संपत्तियां पहले ही रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के विरोध में जब्त की गई थीं. फिलहाल, बेल्जियम की संस्था यूरोक्लियर इन संपत्तियों की रखरखाव और सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रही है.
यूक्रेन की सैन्य कार्रवाई
यूक्रेन ने हाल ही में कुपियांस्क शहर के कुछ हिस्सों पर फिर से कब्जा करने का दावा किया है. कहा गया है कि वहां रूसी सैनिकों को घेर लिया गया है और दोनों पक्षों के बीच भीषण लड़ाई चल रही है. रूस ने नवंबर में दावा किया था कि कुपियांस्क पूरी तरह से उसके कब्जे में है, लेकिन यूक्रेन ने इसे चुनौती दी.
ओडेसा में रूसी हमले
शुक्रवार को रूस ने यूक्रेन के बंदरगाह शहर ओडेसा में स्थित बिजलीघर पर हमला किया. इस हमले से आग लगी और शहर में अंधेरा फैल गया. हालांकि इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली. रूस ने बताया कि यूक्रेनी सेना के छोड़े 90 ड्रोन नष्ट किए गए, जिनमें से आठ मास्को की ओर बढ़ रहे थे.
दोनों पक्षों की कार्रवाई
यूक्रेन और रूस अब समुद्री मार्गों पर भी सक्रिय हो गए हैं. ओडेसा के समुद्र तट पर रूसी नौसेना ने तुर्की कंपनियों के स्वामित्व वाले तीन जहाजों पर हमला किया, जबकि यूक्रेन ने कैस्पियन सागर में रूस के दो जहाजों को निशाना बनाया. यूक्रेन का कहना है कि इन जहाजों में सैन्य सामान ले जाया जा रहा था.
डेनमार्क की रिपोर्ट
डेनमार्क की खुफिया एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर चेतावनी दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप के निर्णय नाटो की सैन्य शक्ति को कमजोर कर रहे हैं. इसके बजाय वह अमेरिका की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. डेनमार्क ने विशेष रूप से ग्रीनलैंड में अमेरिकी कब्जे की इच्छा का विरोध किया है.


