लादेन को न्यूक्लियर ज्ञान देने वाले का बेटा है पाकिस्तान का बड़ा सैन्य अफसर, जानिए इतिहास
पाकिस्तान सेना के प्रमुख मीडिया अधिकारी, मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी का नाम एक ऐसे परिवार से जुड़ा है, जिसका इतिहास आतंकवाद से जुड़ा हुआ है. अहमद के पिता, डॉ. सुल्तान बशीर महमूद, पाकिस्तान के शीर्ष न्यूक्लियर वैज्ञानिक थे, जिन्होंने ओसामा बिन लादेन को परमाणु और जैविक हथियारों के बारे में जानकारी दी थी.

पाकिस्तान दावा करता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है, लेकिन उसके सेना प्रवक्ता मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी का नाम जुड़ा हुआ है एक ऐसे शख्स से, जिसका संबंध ओसामा बिन लादेन और आतंकवादियों से था. अहमद शरीफ चौधरी के पिता, डॉ. सुल्तान बशीरुद्दीन महमूद, पाकिस्तान के शीर्ष न्यूक्लियर वैज्ञानिक थे और ओसामा बिन लादेन को परमाणु और जैविक हथियारों के बारे में जानकारी देने में शामिल थे. आज, पाकिस्तान की सेना के उच्च पदों पर बैठा यह शख्स आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के कथित रक्षक के रूप में सामने आ रहा है, जबकि इसके परिवार का इतिहास कुछ और ही कहानी कहता है.
परिवार और आतंकवाद से कनेक्शन
अहमद शरीफ चौधरी पाकिस्तान सेना की मीडिया विंग ISPR के डायरेक्टर जनरल हैं. वह पाकिस्तान के इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर से जुड़े हुए हैं और हाल ही में उन्हें इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया गया है. इसके पहले, वह पाकिस्तान की रक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्था (DESTO) के प्रमुख रह चुके हैं. अहमद के परिवार का इतिहास भी पाकिस्तान के आतंकी कनेक्शन से जुड़ा हुआ है, क्योंकि उनके पिता डॉ. सुल्तान बशीर महमूद ने ओसामा बिन लादेन को परमाणु और जैविक हथियारों के बारे में जानकारी दी थी.
न्यूक्लियर वैज्ञानिक का जिहाद में शामिल होना
डॉ. बशीर महमूद, पाकिस्तान के सबसे प्रभावशाली न्यूक्लियर वैज्ञानिक थे और उन्हें तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, सितारा-ए-इम्तियाज़ से नवाजा गया था. हालांकि, वह अपने वैज्ञानिक करियर से बाहर निकलकर आतंकवाद के रास्ते पर चल पड़े. 2000 में, उन्होंने 'उम्माह तामीर-ए-नौ' नामक एक संगठन की स्थापना की, जिसका उद्देश्य तालिबान और अल-कायदा को फंडिंग और तकनीकी मदद देना था. उनके इस संगठन को अमेरिकी और यूरोपीय देशों ने आतंकवादी संगठनों से जुड़ा हुआ माना था.
ओसामा बिन लादेन से मुलाकात
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने 2001 में डॉ. महमूद को गिरफ्तार किया था, जब यह खुलासा हुआ कि उन्होंने ओसामा बिन लादेन से मुलाकात की और उसे परमाणु हथियारों की जानकारी दी थी. एक रिपोर्ट में कहा गया कि बशीर महमूद ने लादेन को परमाणु हथियारों के प्रभाव और उनके निर्माण के बारे में समझाया था.
बशीर महमूद के अजीब वैज्ञानिक विचार
डॉ. महमूद केवल परमाणु हथियारों से ही नहीं, बल्कि अजीब और विचित्र वैज्ञानिक विचारों से भी जुड़े थे. उन्होंने अपनी किताब Mechanics of the Doomsday and Life after Death में यह दावा किया कि जिन्न प्लाज्मा से बनी ऊर्जा इकाइयाँ हैं, जिन्हें बिजली बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. यह किताब कई विवादों का कारण बनी थी, क्योंकि उसमें सनकी विचारों का समर्थन किया गया था.
आतंकवाद से जुड़ा इतिहास
अहमद शरीफ चौधरी के परिवार का आतंकवाद से जुड़ा इतिहास पाकिस्तान की सेना के दावे और उसके आतंकवाद विरोधी अभियान पर सवाल खड़ा करता है. जबकि पाकिस्तान अपनी सेना को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने का दावा करता है, वहीं उसकी खुद की सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी का पारिवारिक इतिहास आतंकवादियों के समर्थन से जुड़ा हुआ है.