471 दिन बाद घर लौंटी इजरायल की तीन बंधक महिलाएं, परिवार से मिलकर फूट-फूटकर रोईं बेटियां
गाजा में 15 महीने के बाद युद्धविराम शुरू हो गया है. इस समझौते के तहत हमास ने तीन इजरायली महिला बंधकों को रिहा किया है. वहीं, इजरायल ने भी 90 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है. हमास की कैद से रिहा हुईं ब्रिटिश-इजरायली एमिली डमारी दक्षिणी इजरायल में आईडीएफ कैंप में अपनी मां से मिलीं. उनके परिवार ने बताया कि 7 अक्टूबर के हमले के दौरान हमास के आतंकियों की गोली लगने से एमिली ने अपनी दो उंगलियां गंवा दीं.

इजरायल और हमास के बीच करीब 15 महीनों से जारी जंग रविवार को अस्थायी रूप से थम गई है. इसके साथ ही गाजा में जारी भीषण तबाही थम गई है. सीजफायर के समझौते के तहत हमास की ओर से इजरायल के 3 बंधकों को रिहा कर दिया गया है और वे इजरायल पहुंच गए हैं. जो बंधक रिहा हुई हैं वे सभी महिलाएं हैं. वहीं, अब समझौते के तहत इजरायल ने भी 90 फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों को रिहा कर दिया है.
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने बताया कि तीनों रिहा किए गए बंधक अपनी-अपनी मां के साथ इजरायली वायुसेना के हेलिकॉप्टर में सवार होकर अस्पताल पहुंच गए हैं, जहां वे अपने परिवार के बाकी सदस्यों से मिलेंगे और उन्हें मेडिकल हेल्प दी जाएगी.
हमास की कैद से रिहा हुईं ब्रिटिश-इजरायली एमिली डमारी दक्षिणी इजरायल में आईडीएफ कैंप में अपनी मां से मिलीं. उनके परिवार ने बताया कि 7 अक्टूबर के हमले के दौरान हमास के आतंकियों की गोली लगने से एमिली ने अपनी दो उंगलियां गंवा दीं. वहीं डोरोन स्टीनब्रेचर 471 दिनों तक हमास की कैद में रहने के बाद अपनी मां से मिलीं.
एमिली घर आ गई लेकिन कई परिवारों का इंतजार जारी
एमिली की मां की तरफ से जारी एक बयान में उन्होंने कहा, '471 दिनों के बाद एमिली आखिरकार घर आ गई है. मैं उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं जिन्होंने इस भयावह घटना के दौरान एमिली के लिए लड़ाई जारी रखी और जिन्होंने उसका नाम लेना कभी बंद नहीं किया.... इजराइल, ब्रिटेन, अमेरिका और दुनिया भर में. एमिली को घर वापस लाने के लिए आपका शुक्रिया.'उन्होंने कहा, 'गाजा का बुरा सपना एमिली के लिए खत्म हो गया लेकिन कई अन्य परिवारों का इंतजार जारी है. हर आखिरी बंधक को रिहा किया जाना चाहिए और उन बंधकों को मानवीय सहायता प्रदान की जानी चाहिए जो अभी भी घर आने का इंतजार कर रहे हैं.'
'ट्रंप का बहुत-बहुत शुक्रिया'
डोरोन के परिवार की तरफ से जारी बयान में कहा गया, '471 मुश्किल दिनों के बाद, हमारी डोडो आखिरकार हमारे पास लौट आई है. हम उन सभी लोगों के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहते हैं जिन्होंने इस मुश्किल सफर में हमारा साथ दिया. इजरायल के लोगों का खासतौर पर धन्यवाद जिन्होंने हमें अटूट समर्थन दिया और हमारे सबसे बुरे वक्त में हमें ताकत दी. हम राष्ट्रपति ट्रंप को उनकी महत्वपूर्ण भागीदारी और समर्थन के लिए भी अपना आभार व्यक्त करते हैं, जो हमारे लिए बहुत मायने रखता है.'
म्यूजिक फेस्टिवल में भाग लेने गई थीं रोमी गोनेन
परिवार ने कहा, 'हम सभी परिवारों के साथ खड़े रहेंगे और जब तक उनके अपने घर वापस नहीं आ जाते, हम अपनी पूरी ताकत से काम करेंगे.' हमास की कैद से रिहा होने के बाद रोमी गोनेन भी अपनी मां से मिलीं. 24 साल की रोमी गोनेन को आतंकियों ने नोवा म्यूजिक फेस्टिवल से भागते हुए पकड़ लिया था.
ज्यादातर महिलाएं और नाबालिग बच्चे
वहीं इजरायल ने जिन फिलिस्तीनी कैदियों को गिरफ्तार किया है उनमें ज्यादातर महिलाएं और नाबालिग बच्चे शामिल हैं. इजरायल ने इस लिस्ट में शामिल सभी लोगों को देश की सुरक्षा से संबंधित अपराध, पत्थर फेंकने से लेकर हत्या के प्रयास जैसे अधिक गंभीर आरोपों के लिए हिरासत में लिया था.
कब रिहा होंगे अन्य कैदी?
इजरायल और हमास के बीच अगर युद्धविराम जारी रहता है तो कैदियों की अदला-बदली का अगला चरण 25 जनवरी को होगा जो कि पहले से ही निर्धारित है. अगले एक्सचेंज में हमास इजरायल की 4 महिला बंधकों को रिहा करेगा. इसके बाद इजरायल हर बंधक के बदले में 30-50 फ़िलिस्तीनी बंदियों को रिहा करेगा.
क्या है समझौते की शर्तें?
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर का पहला फेज कुल 42 दिनों का हो सकता है. हमास की शर्त ये है कि सीजफायर डील के पहले चरण में इजराइली सेना गाजा सीमा से 700 मीटर पीछे अपने इलाके में चली जाएगी. सीजफायर डील के पहले फेज में हमास 33 बंधकों को रिहा कर सकता है, जिनमें 5 महिलाएं शामिल हैं. उधर इजराइल इसके एवज में सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा. इसके 15 दिन बाद हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा. इस बीच दोनों पक्ष स्थायी सीजफायर पर बात करेंगे.


