लीडरशिप नहीं, डीलशिप! ट्रंप की कूटनीति में सिर्फ सौदा ही सौदा
42 साल की मशहूर एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला की अचानक मौत से टीवी इंडस्ट्री सदमे में है. 'कांटा लगा' गाने से पॉपुलर हुई शेफाली ने बिग बॉस 13 में भी तहलका मचाया था. उनकी असमय मृत्यु ने फैन्स और इंडस्ट्री को गहरा झटका दिया है.

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद को विश्व नेता के रूप में स्थापित करना चाहते हैं. नोबेल शांति पुरस्कार का सपना उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा में शामिल है. लेकिन उनकी कार्यशैली और बयानबाज़ी उन्हें 'वर्ल्ड लीडर' से ज़्यादा 'वर्ल्ड डीलर' बना चुकी है. उनके भाषणों और प्रेस कॉन्फ्रेंस को सुनें तो ये साफ़ दिखता है कि उन्हें नेतृत्व से अधिक डील करने में आनंद आता है.
ट्रंप की नजर अब भारत पर है. उन्होंने हाल ही में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच एक बड़ी ट्रेड डील जल्द हो सकती है. ट्रंप ने दावा किया कि वे दुनिया के हर देश के साथ शानदार डील कर रहे हैं और अगला नंबर भारत का है. हालांकि भारत की तरफ़ से इन दावों का लगातार खंडन किया गया है.
कूटनीति नहीं, डील नीति
डोनाल्ड ट्रंप ने कूटनीति को डील बनाने का जरिया बना लिया है. चाहे दोस्ती हो या दुश्मनी, ट्रंप हर मौके पर कोई न कोई सौदा तलाशने लगते हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान उन्होंने जेलेंस्की को व्हाइट हाउस बुलाकर खनिज समझौते की पेशकश की थी. पाकिस्तान के साथ भी उन्होंने यही रवैया अपनाया. पाकिस्तानी सेना प्रमुख को बुलाकर लंच कराया और खनिज व क्रिप्टो पर डील की बात की. ईरान पर बमबारी के बाद अब खबरें हैं कि ट्रंप तेल और न्यूक्लियर डील के बदले 30 बिलियन डॉलर की मदद देना चाहते हैं.
भारत ने खारिज किए ट्रंप के दावे
8 मार्च को ट्रंप ने दावा किया था कि भारत टैरिफ कटौती के लिए तैयार है, लेकिन भारत ने इसे झूठा बताया. 17 मई को ट्रंप ने फिर कहा कि भारत अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर टैक्स नहीं लगाएगा, जिसे भारत ने फिर से नकार दिया. दरअसल ट्रंप भारत पर दबाव बनाना चाहते हैं ताकि वह अमेरिका के लिए फायदेमंद डील को मंजूरी दे दे.
भारत का साफ संदेश
11 जून 2025 को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि किसी भी डील में दोनों देशों के हितों का संतुलन होना जरूरी है. वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मई में स्पष्ट किया कि समझौता तभी होगा जब वह दोनों देशों के लिए लाभकारी हो. जल्दबाज़ी में कोई फैसला नहीं लिया जाएगा.


