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ट्रंप का बड़ा फैसला: पाकिस्तान की उड़ी नींद, हाफिज सईद से जुड़ा मामला उठाया

USAID Gave Money to Falahs e Insaniat Foundation: US एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) अमेरिकी सरकार की एक वैधानिक निकाय है. हालांकि, ये बात कम ही लोगों को पता है कि इस एजेंसी से मिलने वाला पैसा भारत-विरोधी गतिविधियों में शामिल संगठनों को जाता था.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

USAID Gave Money to Falahs e Insaniat Foundation: US एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) अमेरिकी सरकार की एक वैधानिक संस्था है. लेकिन यह बात बहुत कम लोगों को पता है कि इस एजेंसी से मिलने वाला पैसा भारत-विरोधी गतिविधियों में शामिल संगठनों को जाता था. फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF), जो हाफिज सईद के लश्कर-ए-तैयबा (LET) का एक मुखौटा संगठन है, को USAID के जरिए फंडिंग मिलती थी. यह फाउंडेशन पाकिस्तान से चलता है और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल पाया गया है.

कहा जाता है कि USAID को भारत-विरोधी व्यक्ति जॉर्ज सोरोस से फंडिंग मिलती थी. फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा (JUD) से जुड़ा है, जिसे मुंबई के 26/11 हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था. हालांकि, अमेरिकी सरकार ने इन संगठनों पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया था, फिर भी USAID के जरिए इन्हें पैसे मिलते रहे थे.

ट्रंप प्रशासन का कदम - USAID को बंद किया

डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद USAID को बंद करने का आदेश दिया. ट्रंप प्रशासन ने इस एजेंसी पर अमेरिकी करदाताओं के पैसे का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. इसके बाद, USAID को बंद कर दिया गया और इसके सभी अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया. दुनियाभर में काम कर रहे कर्मचारियों को अमेरिका लौटने का आदेश दिया गया.

फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन की सच्चाई

फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF) को अमेरिका और भारत ने लश्कर-ए-तैयबा का मददगार संगठन माना है. जब लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा पर प्रतिबंध लगाया गया, तो FIF को इस कारण बनाया गया ताकि ये संगठन जांच और प्रतिबंधों से बच सके. USAID के जरिए FIF को 2010 तक फंड मिलता रहा, जबकि अमेरिका ने इसे एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन घोषित किया था.

FIF पर अमेरिकी प्रतिबंध और फंडिंग का विवाद

अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पाकिस्तान में स्थित एक संगठन है, जो लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा से गहरे रूप से जुड़ा है. इस पर अमेरिकी सरकार ने प्रतिबंध लगाया, फिर भी USAID के जरिए इसे फंड मिलता रहा.

FIF को फंडिंग कैसे मिलती रही?

USAID ने हेल्पिंग हैंड फॉर रिलीफ एंड डेवलपमेंट (HHRD) के जरिए FIF को सहायता दी. HHRD मिशिगन में स्थित एक इस्लामी चैरिटी है, जिसका संबंध दक्षिण एशिया में जिहादी संगठनों से जुड़ा हुआ है. USAID और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन के बीच फंडिंग ने कई सवाल खड़े किए हैं. अमेरिकी प्रतिबंध के बावजूद FIF को फंड मिलना और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों से इसका जुड़ाव, अमेरिका और अन्य देशों के लिए चिंता का विषय बन गया है.

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06 February 2025, 07:38 AM IST

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