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यूक्रेन ने Trump से शांति वार्ता करने का किया ऐलान, भारत निभा सकता है अहम भूमिका

Ukraine-Russia conflict: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति पद संभालने से पहले यूक्रेन ने अपने लंबे समय से चले आ रहे युद्ध के समाधान के लिए नई उम्मीदें जताई हैं. राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के कार्यालय प्रमुख एंड्री यरमक ने भारत और दक्षिण अफ्रीका जैसे गैर-पश्चिमी देशों की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि भारत इस संघर्ष को समाप्त करने में अहम सहयोग दे सकता है.

Ritu Sharma
Edited By: Ritu Sharma

Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने से पहले, यूक्रेन ने अपने युद्ध को समाप्त करने के लिए नई उम्मीदें जताई हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के कार्यालय प्रमुख एंड्री यरमक ने कीव से नई दिल्ली के पत्रकारों के साथ वर्चुअल बातचीत में कहा कि उनका देश अमेरिका के साथ मिलकर इस संघर्ष का हल निकालने के लिए तत्पर है. बता दें कि यरमक ने कहा, ''हम नए अमेरिकी प्रशासन के साथ परामर्श शुरू करने पर विचार कर रहे हैं. हमें विश्वास है कि राष्ट्रपति ट्रंप की भूमिका इस युद्ध को समाप्त करने में अहम हो सकती है.''

भारत और दक्षिण अफ्रीका की भूमिका पर नजर

आपको बता दें कि यरमक ने बातचीत के दौरान भारत और दक्षिण अफ्रीका जैसे गैर-पश्चिमी देशों की अहमियत पर जोर दिया. उन्होंने कहा, ''भारत, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और एक वैश्विक नेता होने के नाते, इस संघर्ष को खत्म करने में अहम भूमिका निभा सकता है.'' वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी चर्चा का उल्लेख करते हुए यरमक ने कहा कि उन्होंने यूक्रेनी बच्चों को रूस से वापस लाने में भारत की मदद मांगी है. उन्होंने बताया कि पीएम मोदी और ज़ेलेंस्की ने अगस्त 2024 में कीव यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर विस्तार से बातचीत की थी.

यूक्रेनी बच्चों की सुरक्षा, मानवीय संकट का मुद्दा

बताते चले कि बच्चों पर युद्ध के विनाशकारी प्रभाव का जिक्र करते हुए यरमक ने कहा, ''रूस ने हजारों बच्चों को जबरन विस्थापित किया है. इससे उनका मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है.'' ब्रिंग किड्स बैक टास्क फोर्स की सह-अध्यक्ष बैरोनेस हेलेना कैनेडी ने कहा कि 10,000 से अधिक बच्चों को सुरक्षा के नाम पर रूस ले जाया गया है. उन्होंने चेतावनी दी कि यह बच्चों की पहचान और यादों को मिटा सकता है.

भारत से यूक्रेनी बच्चों को वापस लाने की उम्मीद

वहीं आगे यरमक ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कीव की अपनी यात्रा के दौरान युद्धग्रस्त बच्चों की स्थिति पर संवेदनशीलता दिखाई. उन्होंने बच्चों के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की और एक खिलौना रखकर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं. साथ ही कहा, ''भारत का यह मानवीय दृष्टिकोण दिखाता है कि वह संघर्ष समाप्त करने के लिए एक प्रभावी भूमिका निभा सकता है.''

रूस-यूक्रेन संघर्ष पर वैश्विक समर्थन की जरूरत

इसके अलावा आपको बता दें कि यरमक ने जोर दिया कि भारत जैसे देशों के हस्तक्षेप से स्थायी शांति कायम हो सकती है. उन्होंने कहा, ''यह केवल अस्थायी युद्धविराम का मामला नहीं है, बल्कि शांति सुनिश्चित करना हमारा लक्ष्य है.'' वहीं येल ह्यूमैनिटेरियन रिसर्च लैब की रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने फरवरी 2022 से 314 यूक्रेनी बच्चों को जबरन गोद लेने के लिए मजबूर किया है. यूक्रेनी सरकार ने सभी बच्चों का व्यापक रजिस्टर उपलब्ध कराने की मांग की है.

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21 January 2025, 08:37 AM IST

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