अमेरिका ने बजाई खतरे की घंटी! अपने नागरिकों को पाकिस्तान से किया दूर, जारी की एडवाइजरी
US Travel Advisory: अमेरिका ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान यात्रा न करने की सलाह दी है. यह चेतावनी देश में बढ़ते आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की आशंका के कारण जारी की गई है. अमेरिकी सरकार ने बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा समेत संवेदनशील क्षेत्रों को विशेष रूप से खतरनाक बताया है.

US Travel Advisory: संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा न करने की सलाह दी है. यह चेतावनी देश में बढ़ते आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की आशंका को देखते हुए जारी की गई है. अमेरिकी सरकार ने खासतौर पर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांतों की यात्रा से बचने की सलाह दी है, जहां आतंकी हमले लगातार होते रहते हैं. इसके अलावा, भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) के आसपास के क्षेत्रों को भी असुरक्षित बताया गया है.
अमेरिकी परामर्श में कहा गया है कि पाकिस्तान में चरमपंथी समूह सक्रिय हैं, जो बड़े पैमाने पर हमलों की साजिश रचते रहते हैं. ऐसे में अमेरिकी नागरिकों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है.
आतंकी हमलों के कारण जारी की एडवाइजरी
अमेरिकी सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया कि, "पाकिस्तान में हिंसक चरमपंथी समूह हमलों की साजिश रचते रहते हैं. बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में आतंकी हमले लगातार हो रहे हैं, जिनमें पूर्व संघ प्रशासित जनजातीय क्षेत्र (एफएटीए) भी शामिल है. इन हमलों में बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं, और छोटे स्तर पर हमले अक्सर होते रहते हैं."
इसके अलावा, आतंकियों द्वारा परिवहन केंद्रों, बाजारों, शॉपिंग मॉल्स, सैन्य प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, विश्वविद्यालयों, पर्यटक स्थलों, स्कूलों, अस्पतालों, पूजा स्थलों और सरकारी कार्यालयों को निशाना बनाए जाने की आशंका जताई गई है. अमेरिका ने यह भी कहा है कि अतीत में उसके राजनयिकों और राजनयिक सुविधाओं पर भी हमले किए जा चुके हैं.
सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
अमेरिकी एडवाइजरी में कहा गया है कि पाकिस्तान में स्थानीय कानून बिना परमिट के किसी भी विरोध प्रदर्शन को प्रतिबंधित करता है. चेतावनी में यह भी कहा गया है कि, "विरोध प्रदर्शनों में भाग लेने या सोशल मीडिया पर सरकार, सेना या अधिकारियों की आलोचना करने पर अमेरिकी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है."
इसके अलावा, देश में इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क को बाधित करने की घटनाएं आम हैं, खासतौर पर जब कोई बड़ा विरोध प्रदर्शन होता है. ऐसे में विदेशी नागरिकों के लिए संचार सुविधाएं अचानक बंद हो सकती हैं, जिससे सुरक्षा जोखिम और बढ़ जाता है.
अमेरिकी कर्मियों पर यात्रा पर प्रतिबंध
अमेरिका ने यह भी स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान सरकार वहां कार्यरत अमेरिकी सरकारी कर्मियों की यात्रा पर प्रतिबंध लगाती है. एडवाइजरी के अनुसार, "अमेरिकी सरकार के पास केपी प्रांत, बलूचिस्तान, पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर और इस्लामाबाद, लाहौर और कराची के बाहर के अधिकांश इलाकों में अमेरिकी नागरिकों को सहायता देने की सीमित क्षमता है."
इसके अलावा, जोखिमों के कारण अमेरिकी सरकारी कर्मचारियों को इस्लामाबाद, लाहौर और कराची के बाहर यात्रा करने के लिए विशेष अनुमति लेनी होगी. अमेरिका ने अपने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे पाकिस्तान जाने से पहले खतरे को ध्यान में रखते हुए फैसला लें और सतर्कता बरतें.


