Video: ईरान पर कहर बनकर टूटे अमेरिका के B-2 बॉम्बर्स, सामने आई टेकऑफ की फुटेज
B-2 Bombers: अमेरिका ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर हमला करने वाले B-2 बॉम्बर्स का वीडियो जारी किया है. ये स्टील्थ बॉम्बर्स मिसूरी से उड़ान भरते हुए ईरान के तीन गुप्त ठिकानों तक पहुंचे. ऑपरेशन मिडनाइट हैमर में 30,000 पाउंड के बंकर बस्टर बम गिराए गए.

B-2 Bombers: अमेरिका ने अपने सबसे घातक स्टील्थ बॉम्बर्स B-2 स्पिरिट की एक एक्सक्लूसिव वीडियो फुटेज जारी की है. वीडियो में ये बैट-विंग बॉम्बर्स मिसूरी स्थित व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से टेकऑफ करते नजर आते हैं. यह मिशन ऑपरेशन मिडनाइट हैमर का हिस्सा था, जिसमें अमेरिका ने ईरान की तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर बड़ा हमला बोला.
सप्ताहांत पर हुई इस गुप्त कार्रवाई में अमेरिका ने कुल सात B-2 बॉम्बर्स का इस्तेमाल किया, जो 30,000 पाउंड वजनी बंकर बस्टर बम गिराने में सक्षम हैं. अब यह वीडियो सामने आने के बाद पूरी दुनिया की नजरें इस फ्लाइंग ऑपरेशन की रणनीति और इसके प्रभाव पर टिक गई हैं.
🚨 JUST IN: The Pentagon has released footage showing the B-2 Stealth Bombers before and after executing Operation Midnight Hammer in Iran
Leaving at 12:01am Saturday and returning 37 hours later.
True patriots! 🇺🇸 pic.twitter.com/USWU62WRK0— Nick Sortor (@nicksortor) June 23, 2025
किस तरह B-2 बॉम्बर्स ने किया ईरान पर हमला?
B-2 बॉम्बर्स ने करीब 37 घंटे लंबी उड़ान भरी मिसूरी से ईरान और वापस. इस दौरान इन स्टील्थ जेट्स ने GBU-57 Massive Ordnance Penetrators (MOPs) गिराए, जो भूमिगत ठिकानों को नष्ट करने के लिए खासतौर पर बनाए गए हैं.
टॉमहॉक मिसाइलों ने भी निभाई भूमिका
इस ऑपरेशन में सिर्फ B-2 बॉम्बर्स ही नहीं बल्कि अमेरिका की पनडुब्बियों से दागी गई टॉमहॉक लैंड अटैक मिसाइलों ने भी नतांज़ और इस्फहान पर निशाना साधा. यह मिसाइलें सतह से सतह पर मार करने में सक्षम हैं और गहरी सुरंगों तक पहुंच सकती हैं.
सिर्फ B-2 ही क्यों ले जा सकते हैं ऐसे बम?
B-2 बॉम्बर्स इस समय दुनिया के इकलौते ऐसे स्टील्थ जेट हैं जो GBU-57 बंकर बस्टर बम को ले जा सकते हैं. यह बम किसी भी गहरे अंडरग्राउंड बेस को तहस-नहस कर सकता है. ईरान की न्यूक्लियर साइट्स को इसी खतरे को ध्यान में रखते हुए भूमिगत बनाया गया था, लेकिन B-2 इस सुरक्षा को भी भेद गया.
6000 नॉटिकल मील की रेंज
B-2 बॉम्बर की सबसे बड़ी ताकत इसका लंबा रेंज (6000 नॉटिकल मील) और दुश्मन के रडार से बच निकलने की क्षमता है. इस ऑपरेशन के दौरान अमेरिकी एयरफोर्स ने मिड-एयर रिफ्यूलिंग का भी सहारा लिया ताकि जेट्स सीधे लौट सकें.
फ्लाइंग होटल है ये जेट
इस अत्याधुनिक बॉम्बर को फ्लाइंग होटल भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें बिस्तर, टॉयलेट, माइक्रोवेव और फ्रिज जैसी सुविधाएं मौजूद हैं. यह लॉन्ग ड्यूरेशन मिशन के लिए बेहद उपयोगी है और क्रू को लंबे समय तक हवा में काम करने की सुविधा देता है.


