टेलर रॉबिन्सन ने क्यों की चार्ली कर्क की हत्या? दोस्त के साथ चैट में खुला चौंकाने वाला राज
डोनाल्ड ट्रंप के करीबी चार्ली कर्क की हत्या के मामले में पुलिस ने टेलर रॉबिन्सन को गिरफ्तार किया. टेलर ने अपनी ट्रांसजेंडर दोस्त के सामने गुनाह कबूल किया. उसने चार्ली के प्रति नफरत भरी बातें कीं और कहा कि कभी-कभी नफरत ही हत्या के लिए काफी होती है.

Charlie Kirk Murder: यूटा यूनिवर्सिटी में हुए दर्दनाक हमले में डोनाल्ड ट्रंप के करीबी और टर्निंग पॉइंट यूएसए के संस्थापक चार्ली कर्क की हत्या ने अमेरिका की राजनीति में तूफान ला दिया है. 31 वर्षीय कर्क की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वे छात्रों को संबोधित कर रहे थे. इस हमले के पीछे 22 वर्षीय टेलर रॉबिन्सन का नाम सामने आया है, जिसे दो दिन की तलाश के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. आश्चर्यजनक रूप से, टेलर ने यह खौफनाक साजिश अपने ट्रांसजेंडर पार्टनर को पहले ही टेक्स्ट मेसेज के जरिए बता दी थी.
टेलर का कबूलनामा
पुलिस द्वारा जब्त किए गए मैसेज में टेलर ने चार्ली कर्क के खिलाफ अपनी नफरत खुलकर जाहिर की थी. उसने अपनी पार्टनर को मैसेज में लिखा कि मैं उससे बहुत नफरत करता हूं और कुछ नफरतों को बातचीत से हल नहीं किया जा सकता है.
मुझे माफ कर दो
पार्टनर द्वारा सीधे सवाल किए जाने पर क्या चार्ली कर्क की हत्या तुमने की है? टेलर ने साफ-साफ जवाब दिया कि मुझे माफ कर दो. यह जवाब ही जांच में सबसे अहम सबूत बन गया है, जिसे टेक्स्ट मैसेज के रूप में अदालत में पेश किया गया है.
मंच पर बोलते वक्त मारी गई गोली
यह भयावह घटना पिछले हफ्ते उस वक्त घटी जब चार्ली कर्क यूटा वैली यूनिवर्सिटी में अपने कार्यक्रम अमेरिकन कमबैक टूर के तहत छात्रों को संबोधित कर रहे थे. तभी टेलर रॉबिन्सन ने एक राइफल से उन पर गोली चलाई, जो सीधे उनकी गर्दन में जा लगी. मौके पर ही कर्क की मौत हो गई.
आरोपी से पूछताछ जारी, जांच एजेंसियांसतर्क
गिरफ्तारी के बाद अमेरिकी अधिकारी टेलर रॉबिन्सन से लगातार पूछताछ कर रहे हैं हालांकि अभी तक उन्होंने औपचारिक रूप से जांच से जुड़ी जानकारी साझा नहीं की है. लेकिन कोर्ट फाइल्स और टेक्स्ट संदेशों ने मामले की गंभीरता को और गहरा कर दिया है.
हत्या की वजह
चार्ली कर्क अमेरिकी राजनीति में एक जाना माना चेहरा माने जाते हैं. उनकी दक्षिणपंथी विचारधारा और ट्रंप समर्थक बयान अक्सर चर्चा में रहते हैं. टेलर द्वारा नफरत को बातचीत से हल नहीं किया जा सकता जैसा बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि यह हत्या वैचारिक असहमति की चरम परिणति थी.


