कहीं दोबारा तो नहीं होगा बालाकोट जैसी स्ट्राइक! पाकिस्तान को फिर सता रहा डर, भारतीय सीमा के पास बढ़ी हलचल
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान भारतीय जवाबी कार्रवाई से घबराया हुआ है. फ्लाइट डेटा में PAF की सीमा के पास बढ़ी गतिविधि दिखी है. पाकिस्तान ने AEW&C विमान तैनात कर निगरानी तेज कर दी है.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है. सोशल मीडिया और फ्लाइट ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म्स पर सामने आए डेटा इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि पाकिस्तान वायुसेना किसी भी संभावित भारतीय कार्रवाई से घबराई हुई है. हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF) ने रातभर अलर्ट मोड में रहते हुए भारतीय सीमा के करीब अपने कई विमानों की तैनाती की है.
पाकिस्तान को डर है कि भारत इस बार भी 2019 की तरह बड़ी जवाबी कार्रवाई कर सकता है. यही वजह है कि फ्लाइट रेडार24 जैसे प्लेटफॉर्म पर PAF के ट्रांसपोर्ट और खुफिया विमानों की असामान्य गतिविधियों ने हर किसी का ध्यान खींचा है. सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान अब कोई रिस्क नहीं लेना चाहता और भारत के हर कदम पर नज़र रख रहा है.
साइट पर दिखा पाक वायुसेना का मूवमेंट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइट रेडार24 के स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं, जिसमें पाकिस्तान वायुसेना के दो प्रमुख विमानों की आवाजाही देखी गई. इनमें पहला विमान PAF198 है, जो लॉकहीड सी-130ई हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है, और दूसरा PAF101, एक एम्ब्रेयर फेनोम 100 जेट, जिसे अक्सर VIP मूवमेंट या खुफिया मिशनों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इन विमानों को कराची स्थित दक्षिणी वायु कमान से उड़ान भरते हुए लाहौर और रावलपिंडी के एयरबेस की ओर जाते हुए ट्रैक किया गया, जो भारतीय सीमा के बेहद करीब हैं.
भारतीय सीमा पर बढ़ी पाक की निगरानी
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने सीमा के नज़दीक अपने एरिए एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) विमान को तैनात किया है. ये विशेष विमान दुश्मन के विमानों, मिसाइलों और जमीनी लक्ष्यों को लंबी दूरी से पहचानने में सक्षम हैं, जिससे PAF को तेजी से प्रतिक्रिया देने की क्षमता मिलती है. यह तैनाती बताती है कि पाकिस्तान फिलहाल हर खतरे को गंभीरता से ले रहा है.
पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों पर हमला कर दिया था. इस हमले में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हैं. हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन TRF ने ली है. चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकियों ने पहले धर्म पूछा, फिर टारगेट करके गोलियां चलाई.
बालाकोट जैसा ऑपरेशन?
विशेषज्ञों का मानना है कि ये हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला है. उस समय भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर पूरी दुनिया को चौंका दिया था. ऐसे में पाकिस्तान को डर है कि भारत फिर से वैसा ही कोई साहसिक कदम उठा सकता है. यही वजह है कि पाकिस्तानी वायुसेना हाई अलर्ट पर है और बॉर्डर के हर मूवमेंट पर कड़ी नजर रखी जा रही है.


