लाल किला बनेगा दिल्ली फाउंडेशन डे का केंद्र, स्वाद का संगम होगा आकर्षण का केंद्र
दिल्ली सरकार 1 नवंबर को 'दिल्ली फाउंडेशन डे’ का भव्य आयोजन करेगी. यह आयोजन इस बार और भी खास होगा, क्योंकि 1 नवंबर को देश के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती भी है.

1 नवंबर 2025 को दिल्ली सरकार लाल किला परिसर में ‘दिल्ली फाउंडेशन डे’ का भव्य आयोजन करने जा रही है. इस मौके पर न सिर्फ दिल्ली, बल्कि नौ अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का स्थापना दिवस भी मनाया जाएगा.
सरदार पटेल को श्रद्धांजलि के साथ बहुरंगी उत्सव
यह आयोजन इस बार और भी खास होगा, क्योंकि 1 नवंबर को देश के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती भी है. इस अवसर पर लाल किले पर विशेष प्रोजेक्शन मैपिंग शो आयोजित किया जाएगा, जो पटेल के जीवन और भारत के एकीकरण में उनके योगदान को समर्पित होगा. रंग-बिरंगी रोशनी और ध्वनि प्रभावों के जरिए यह शो एक अनोखा अनुभव प्रदान करेगा.
9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का फाउंडेशन डे
इस उत्सव में दिल्ली के साथ-साथ छत्तीसगढ़, कर्नाटक, पंजाब, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश सहित नौ राज्यों का फाउंडेशन डे भी मनाया जाएगा. इसके अलावा लक्षद्वीप, अंडमान-निकोबार, पुडुचेरी और चंडीगढ़ जैसे केंद्र शासित प्रदेशों की संस्कृति को भी प्रदर्शित किया जाएगा. फेस्टिवल में इन राज्यों की पारंपरिक कलाओं, नृत्य प्रस्तुतियों और लोक संगीत का संगम देखने को मिलेगा.
देशभर के स्वाद का संगम
फेस्टिवल का सबसे बड़ा आकर्षण होगा भव्य फूड स्टॉल्स की श्रृंखला, जिसमें हर राज्य के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद मिलेगा. आगंतुक पंजाब की मक्के की रोटी-सरसों का साग, केरल का अप्पम-स्टू, मध्य प्रदेश के पोहा-जलेबी और दक्षिण भारत के डोसे और इडली-सांभर जैसे लज़ीज़ व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे. ये फूड स्टॉल्स भारत की विविध पाक-परंपरा का जीवंत उदाहरण पेश करेंगे.
बिना टिकट सभी के लिए खुला प्रवेश
दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि इस कार्यक्रम में प्रवेश निशुल्क रहेगा. यानी कोई टिकट नहीं लगेगा और आम नागरिक आसानी से इसमें शामिल हो सकेंगे. आगंतुक न केवल स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद ले पाएंगे, बल्कि रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों, लोकनृत्यों और लाइट शो का भी अनुभव कर सकेंगे.
इस बार का दिल्ली फाउंडेशन डे केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि भारत की एकता, विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक बनने जा रहा है.


