मानसून सीज़न की बीमारियों से कैसे बचें? अपनाएं ये आसान उपाय
मानसून के मौसम अक्सर वायरल बीमारियां बढ़ने लगती है. ऐसे में मानसून में वायरल बीमारियों से बचाव के लिए कुछ टिप्स जानिए.

Tips to survive the viral season: मानसून का मौसम सुहावना तो लगता है, लेकिन इसके साथ बीमारियों की एक बड़ी लहर भी आती है. अक्सर देखा जाता है कि इस समय लोग एक साथ बीमार पड़ने लगते हैं. किसी को पेट खराब हो जाता है तो कोई तेज़ बुखार की वजह से काम पर नहीं जा पाता. विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति असामान्य नहीं है, बल्कि मानसून में होने वाले संक्रामक रोगों की एक आम समस्या है.
जनरल मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. कार्तिक ने क्या कहा?
बेंगलुरु स्थित पीपल ट्री हॉस्पिटल्स के जनरल मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. कार्तिक एन के अनुसार, इस मौसम में संक्रमणों के मामलों में स्पष्ट वृद्धि होती है. उनका कहना है कि नमी और बदलता मौसम वायरस के पनपने और तेज़ी से फैलने के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करता है. यही कारण है कि सर्दी-ज़ुकाम, पेट से जुड़ी परेशानियां और मच्छर जनित बीमारियां इस दौरान ज़्यादा देखने को मिलती हैं.
डॉ. कार्तिक बताते हैं कि सावधानी ही बचाव का सबसे अच्छा तरीका है. उन्होंने कुछ उपयोगी सुझाव साझा किए हैं जो इस मौसम में स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं.
1. मास्क का प्रयोग करें: भीड़भाड़ वाले स्थानों जैसे बाजार और सार्वजनिक परिवहन में मास्क पहनना बेहद ज़रूरी है. यह छोटे कणों में मौजूद वायरस से सुरक्षा प्रदान करता है.
2. भीड़ से दूरी बनाए रखें: जहां तक संभव हो, भीड़भाड़ से बचें. ज़रूरत पड़ने पर मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करें.
3. खुद को सूखा और गर्म रखें: भीगने या गीले कपड़ों में रहने से शरीर संक्रमण के प्रति संवेदनशील हो जाता है. इसके अलावा, इस मौसम में सड़क किनारे मिलने वाला खाना और कटे फल जल्दी खराब हो सकते हैं, इसलिए घर का ताज़ा और गरम भोजन ही लें.
4. विटामिन डी का ध्यान रखें: मानसून के बादल अक्सर धूप को ढक लेते हैं, जिससे शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है. ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर से परामर्श लेकर सप्लीमेंट्स लें.
5. लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें: गले में खराश, बुखार या शरीर दर्द जैसे हल्के लक्षणों को भी गंभीरता से लें. बिना सोचे-समझे दवा लेने की बजाय विशेषज्ञ की सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है.
6. संक्रमण होने पर ज़िम्मेदारी निभाएं: अगर आप बीमार हैं तो दूसरों को संक्रमण से बचाना भी उतना ही ज़रूरी है. अपने को अलग रखें, खांसते या छींकते समय मुंह ढकें और नियमित हाथ धोने की आदत बनाएं.
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है. किसी भी चिकित्सीय स्थिति के बारे में हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें.


