गर्मियों में दोपहर की नींद का सेहत पर पड़ता है क्या असर? जानें इसके फायदे और नुकसान
Afternoon nap: गर्मियों में दोपहर की नींद सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं. सही समय और सीमा में ली गई झपकी से ऊर्जा मिलती है, जबकि ज्यादा सोने से नींद में समस्या हो सकती है. जानें इसके फायदे और नुकसान.

Afternoon nap: गर्मियों में तेज धूप और उमस से बचने के लिए लोग अक्सर दोपहर में कुछ देर सोने की आदत डालते हैं. यह आदत खासकर उन लोगों के बीच ज्यादा पाई जाती है, जो पूरे दिन काम या अन्य जिम्मेदारियों के बीच थक जाते हैं. हालांकि, दोपहर की नींद के बारे में लोगों के बीच मिश्रित राय है. कुछ इसे सेहत के लिए लाभकारी मानते हैं, तो कुछ इसके नुकसान की तरफ इशारा करते हैं. तो क्या सच में दोपहर की नींद सेहत के लिए फायदेमंद है या यह किसी तरह की स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकती है? इस लेख में हम दोनों पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे.
विशेषज्ञों के अनुसार, दोपहर में सोने का प्रभाव हमारी सेहत पर सीधे तौर पर निर्भर करता है कि हम कितने समय तक और किस समय सोते हैं. सही तरीके से और सही समय पर लिया गया दोपहर का विश्राम हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है, जबकि अनियमित और ज्यादा देर तक सोना नुकसानदेह हो सकता है. आइए जानते हैं कि गर्मियों में दोपहर की नींद के क्या फायदे और क्या नुकसान हो सकते हैं.
दोपहर की नींद के फायदे
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ऊर्जा का संचार: गर्मियों के मौसम में शरीर अधिक थका हुआ महसूस करता है, क्योंकि दिनभर की गर्मी और काम की वजह से शरीर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. इस स्थिति में, दोपहर में थोड़ी देर सोने से शरीर को राहत मिलती है और ऊर्जा का संचार होता है. खासकर जो लोग रात को पूरी नींद नहीं ले पाते, उनके लिए दोपहर का झपकी लेना फायदेमंद हो सकता है.
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मस्तिष्क की ताजगी में इजाफा: दोपहर की छोटी सी नींद से मस्तिष्क को भी ताजगी मिलती है, जिससे आपकी कार्यक्षमता और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में वृद्धि हो सकती है. शोध बताते हैं कि 20 से 30 मिनट की नींद से मस्तिष्क सक्रिय हो जाता है और यह मानसिक थकावट को दूर करने में मदद करता है.
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तनाव कम होता है: गर्मियों में गर्मी और काम का दबाव मानसिक तनाव को बढ़ा सकता है. दोपहर का आराम तनाव को कम करने में मदद करता है, जिससे आपके मूड में सुधार होता है और आप फिर से ताजगी महसूस करते हैं.
दोपहर की नींद के नुकसान
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रात की नींद में समस्या: अगर आप दोपहर में ज्यादा सोते हैं तो इसका असर रात की नींद पर पड़ सकता है. जब आप दिन में ज्यादा देर तक सोते हैं, तो रात में सोने में कठिनाई हो सकती है. इससे आपकी नींद की गुणवत्ता कम हो सकती है और यह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है.
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शरीर का जैविक घड़ी प्रभावित होना: वर्तमान समय में अधिकांश लोग रात को ही सोने की आदत डालते हैं, लेकिन दोपहर में सोने से शरीर की जैविक घड़ी (circadian rhythm) पर असर पड़ता है. यह शरीर के प्राकृतिक रिदम को प्रभावित कर सकता है, जिसके कारण नींद में अनियमितता हो सकती है.
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वजन बढ़ने का खतरा: कुछ शोधों में यह बात सामने आई है कि अधिक देर तक सोने से शरीर में मोटापे का खतरा बढ़ सकता है. गर्मियों में अक्सर लोग अपनी गतिविधियों को कम कर देते हैं और अधिक देर तक सोते हैं, जिससे शरीर की कैलोरी बर्न कम होती है और वजन बढ़ सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
विशेषज्ञों के अनुसार, दोपहर में सोने की आदत को संतुलित रखना बेहद जरूरी है. यदि आप दिन में सोना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप केवल 20-30 मिनट का झपकी लें और यह समय दोपहर के 1 से 3 बजे के बीच हो. यह समय शरीर के लिए सबसे उपयुक्त होता है और इससे आपकी रात की नींद पर कोई असर नहीं पड़ता.
Disclaimer: ये आर्टिकल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, JBT इसकी पुष्टि नहीं करता.