वादा किया और निभाया नहीं! शादी के नाम पर धोखा देने पर क्या सजा होती है?
आजकल कई लड़कियों को शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं और बाद में धोखा दिया जाता है, जो कि कानूनन अपराध है.

आज के दौर में रिश्तों का स्वरूप तेजी से बदल रहा है. पहले जहां एक स्थायी और जिम्मेदारीभरा रिश्ता समाज की पहचान हुआ करता था. वहीं अब कई लोग रिश्तों को नाम देने से भी कतराते हैं. घंटों साथ वक्त बिताना आम हो गया है, लेकिन भावनात्मक प्रतिबद्धता (commitment) और भविष्य का प्लान अक्सर गायब रहता है. इसी बदलती सोच के बीच कई बार एकतरफा समर्पण और दूसरे की बेपरवाही का खामियाजा खासकर लड़कियों को भुगतना पड़ता है.
पिछले कुछ सालों में ऐसे मामले बड़ी संख्या में सामने आए हैं, जहां लड़कियों को शादी का झांसा देकर संबंध बनाए गए और बाद में उन्हें धोखा दे दिया गया. कई बार तो ये धोखा सिर्फ भावनात्मक नहीं होता, बल्कि कानूनी तौर पर एक गंभीर अपराध बन जाता है. भारतीय कानून में ऐसे मामलों के लिए सख्त प्रावधान मौजूद हैं.
ये है कानून की नजर में अपराध
अगर कोई व्यक्ति किसी महिला को शादी का झूठा वादा करता है और उसी आधार पर शारीरिक संबंध बनाता है, लेकिन बाद में उस रिश्ते से किनारा कर लेता है, तो ये भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 69 के तहत एक दंडनीय अपराध है. इस धारा के अनुसार, अगर ये साबित हो जाता है कि आरोपी ने महिला को धोखा देने की मंशा से शादी का वादा किया था और उसके साथ फिजिकल रिलेशन बनाए, तो उसे 10 साल तक की जेल और आर्थिक जुर्माने दोनों की सजा हो सकती है.
लालच देकर संबंध बनाना भी अपराध
ये कानून केवल शादी के झूठे वादे तक सीमित नहीं है. अगर कोई व्यक्ति किसी महिला को नौकरी दिलाने, प्रमोशन देने या किसी अन्य फायदे का झांसा देकर या अपनी असली पहचान छुपाकर शारीरिक संबंध बनाता है, तो ये भी BNS की धारा 69 के अंतर्गत अपराध की श्रेणी में आता है. इस तरह के मामलों में भी 10 साल तक की सजा और जुर्माना दोनों का प्रावधान है.
ये ध्यान देने योग्य बात है कि केवल आरोप लगाने भर से किसी को सजा नहीं मिलती. कोर्ट में अपराध साबित करना अनिवार्य होता है. महिला को ये दिखाना होता है कि आरोपी ने जानबूझकर झूठे वादे किए और उसका उद्देश्य केवल संबंध बनाना था, ना कि शादी.
सचेत रहें, जागरूक बनें
ऐसे मामलों में अक्सर युवतियां भावनाओं में बहकर अपने फैसले लेती हैं, जबकि सामने वाला व्यक्ति धोखेबाजी की मंशा से ये सब करता है. इसलिए जरूरी है कि रिश्तों में भावनाओं के साथ-साथ विवेक और सतर्कता भी रखी जाए. इसके साथ ही, अगर कोई महिला खुद को ऐसे धोखे का शिकार महसूस करती है, तो उसे तुरंत कानूनी मदद लेनी चाहिए.


