New Year 2026: नए साल की शुरुआत के लिए कौन-से तीर्थ स्थल हैं सबसे शुभ?
नए साल की शुरुआत आध्यात्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा के साथ करने के लिए काशी, ऋषिकेश, वैष्णो देवी, अयोध्या और मथुरा-वृंदावन जैसे तीर्थ स्थल श्रेष्ठ माने जाते हैं.

हर व्यक्ति चाहता है कि नए साल की शुरुआत सुकून, सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक शांति के साथ हो. बीते साल की थकान, तनाव और नकारात्मकता को पीछे छोड़कर लोग नए वर्ष में उम्मीद, आस्था और विश्वास के साथ कदम रखना चाहते हैं. ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि नए साल पर किन तीर्थ स्थलों की यात्रा करनी चाहिए और किस भगवान के दर्शन करना शुभ माना जाता है.
अगर आप भी नए साल का स्वागत किसी धार्मिक या आध्यात्मिक स्थल से करना चाहते हैं, तो भारत के ये प्रसिद्ध तीर्थ स्थल आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं.
वाराणसी (काशी)
उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी भगवान शिव की नगरी मानी जाती है. काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और गंगा घाटों पर होने वाली भव्य आरती मन को गहरी शांति देती है. सुबह गंगा में नौका विहार और शाम को दीपों से सजी आरती आत्मा को एक अलग ही ऊर्जा से भर देती है. नए साल की शुरुआत यहां करने से मानसिक संतुलन और सकारात्मक सोच को बल मिलता है.
ऋषिकेश, उत्तराखंड
अगर आप शोर-शराबे से दूर आत्मिक शांति चाहते हैं तो ऋषिकेश एक आदर्श स्थान है. गंगा के किनारे बसा यह शहर योग, ध्यान और साधना के लिए विश्व प्रसिद्ध है. नए साल के मौके पर यहां योग शिविरों और ध्यान सत्रों में शामिल होकर मन और शरीर दोनों को नई शुरुआत दी जा सकती है.
वैष्णो देवी, कटरा (जम्मू-कश्मीर)
त्रिकुटा पर्वत पर स्थित माता वैष्णो देवी का धाम आस्था का बड़ा केंद्र है. ‘जय माता दी’ के जयकारों के बीच की जाने वाली यात्रा भक्तों को आंतरिक शक्ति और विश्वास प्रदान करती है. नए साल पर यहां भारी भीड़ रहती है, लेकिन माता के दर्शन से मिलने वाला संतोष हर थकान मिटा देता है.
मथुरा-वृंदावन (उत्तर प्रदेश)
भगवान श्रीकृष्ण की लीलास्थली मथुरा और वृंदावन भक्ति और प्रेम का संगम हैं. यहां मंदिरों में होने वाली आरती, भजन और कीर्तन नए साल को आध्यात्मिक आनंद से भर देते हैं.
अयोध्या, उत्तर प्रदेश
राम मंदिर के निर्माण के बाद अयोध्या श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन गई है. नए साल पर भगवान श्रीराम के दर्शन कर जीवन में मर्यादा, संयम और सकारात्मकता की कामना की जा सकती है.
नए साल पर किस भगवान के दर्शन करें?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत भगवान गणेश की पूजा से की जाती है ताकि विघ्न दूर हों. शांति और स्थिरता के लिए शिव दर्शन, समृद्धि के लिए तिरुपति बालाजी या द्वारकाधीश और शक्ति व वैभव के लिए माता वैष्णो देवी या महालक्ष्मी के दर्शन शुभ माने जाते हैं. अंततः नए साल की सबसे अच्छी शुरुआत वही है जो आपकी आस्था को सुकून और मन को संतोष दे.


