अब तो ख़ुशी का ग़म है न ग़म की ख़ुशी मुझे...पढ़ें दर्द पर लिखे बेहतरीन शेर...
Pain Urdu shayri: लड़का हो या लड़की या कोई पुरुष या महिला जिंदगी में कभी न कभी इश्क में पड़कर चोट जरूर खाई होगी. ऐसे में गम को भरने के रूप में मरहम का काम बेहतरीन शायरों के शेर ही करते हैं. क्योंकि शायर जब अपने दर्द को इकट्ठा करता है और उसे अपने अल्फ़ाज़ों से सजाता है. तो ऐसे में पेश है 'दर्द' पर चुनिंदा शायरों के शेर.

Pain Urdu shayri: हर एक नौजवान आज मोहब्बत में डूबा हुआ है. इस दौरान चाहे लड़का हो या लड़की या कोई पुरुष या महिला जिंदगी में कभी न कभी इश्क में पड़कर चोट जरूर खाई होगी. ऐसे में गम को भरने के रूप में मरहम का काम बेहतरीन शायरों के शेर ही करते हैं. क्योंकि शायर जब अपने दर्द को इकट्ठा करता है और उसे अपने अल्फ़ाज़ों से सजाता है, फिर जो शेर बनते हैं वो दर्द का इलाज भले ही ना कर पाएं लेकिन कुछ देर के लिए मरहम का काम ज़रूर करते हैं. तो ऐसे में पेश है 'दर्द' पर चुनिंदा शायरों के शेर:-
ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया
जाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया
शकील
नींद तो दर्द के बिस्तर पे भी आ सकती है
उनकी आग़ोश में सर हो ये ज़रूरी तो नहीं
ख़ामोश ग़ाज़ीपुरी
बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यूँ नहीं जाता
जो बीत गया है वो गुज़र क्यूँ नहीं जाता
निदा फ़ाज़ली
अब के सफ़र में दर्द के पहलू अजीब हैं
जो लोग हम-ख़याल न थे हम-सफ़र हुए
खलील तनवीर
दर्द सा दर्द है भरा उसमें
टूटे दिल की सदा को रोते हैं
रियाज़ ख़ैराबादी
पहलू का दर्द कैसा है ये तो बताइए
देखूँ मैं नब्ज़ हाथ तो अपना बढ़ाइए
मिर्ज़ा सलामत अली दबीर
अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसे
तेरी मर्ज़ी के मुताबिक़ नज़र आएँ कैसे
वसीम बरेलवी


