Mahalakshmi Vrat Katha: महालक्ष्मी व्रत में पढ़ें ये कथा, घर में बनी रहेगी धन-वैभव और खुशहाली!
महालक्ष्मी व्रत 16 दिनों तक किया जाता है, जिससे घर में धन-धान्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस व्रत और कथा का पालन करने से मां लक्ष्मी विशेष रूप से प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.

Mahalaxmi Vrat: हिंदू धर्म में महालक्ष्मी व्रत का विशेष महत्व माना गया है. हर साल भाद्रपद शुक्ल अष्टमी तिथि से लेकर अश्विन कृष्ण अष्टमी तक ये व्रत किया जाता है. इस साल महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत 31 अगस्त से हो रही है और समापन 14 सितंबर को होगा. पूरे 16 दिनों तक माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत को करने से घर की दरिद्रता दूर होती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है.
खासकर महिलाओं के लिए ये व्रत अत्यंत कल्याणकारी माना गया है. मान्यता है कि जो महिलाएं पूरे 16 दिन का व्रत करती हैं और इस कथा का श्रवण करती हैं, उन्हें अखंड सौभाग्य और धन-धान्य की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं महालक्ष्मी व्रत की पौराणिक कथा और इसका महत्व.
महालक्ष्मी व्रत की पौराणिक कथा
पौराणिक मान्यता के अनुसार, एक गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था जो भगवान विष्णु का अनन्य भक्त था. उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर स्वयं भगवान विष्णु उसके सामने प्रकट हुए और वरदान मांगने को कहा. ब्राह्मण ने अपनी इच्छा प्रकट करते हुए कहा कि वो चाहता है कि माता लक्ष्मी सदा उसके घर में निवास करें. तब भगवान विष्णु ने उसे बताया कि मंदिर के सामने जो स्त्री उपले थापने आती है, वही माता लक्ष्मी हैं. उन्हें अपने घर आमंत्रित करो, तभी तुम्हारा घर धन-धान्य से भर जाएगा.
ब्राह्मण ने विष्णुजी के कहे अनुसार माता लक्ष्मी को आमंत्रित किया. तब लक्ष्मी जी ने उससे कहा – यदि तुम पूरे 16 दिन महालक्ष्मी व्रत रखो और 16वें दिन चंद्रमा को अर्घ्य अर्पित करो, तभी तुम्हारी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी. ब्राह्मण ने पूरे विधि-विधान से 16 दिनों तक व्रत किया और अंत में चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपनी प्रार्थना की. मां लक्ष्मी प्रसन्न हुईं और उसका घर धन-धान्य एवं वैभव से भर दिया.
महालक्ष्मी व्रत कथा का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महालक्ष्मी व्रत रखने और कथा का पाठ या श्रवण करने से घर में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं रहती. यह व्रत ना केवल परिवार की समृद्धि लाता है, बल्कि करियर और कारोबार में भी सफलता प्रदान करता है. कहा जाता है कि इस व्रत से मां लक्ष्मी विशेष रूप से प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारी पर आधारित है. JBT News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


