'महाकुंभ से 'मौत का सामान' लाकर बेटे ने पिता को क्यों मार डाला? जानिए पूरी सच्चाई!'
Mahakumbh 2025: रायबरेली के इकछनिया गांव में एक बेटे ने अपनी नाराजगी की वजह से अपने ही पिता को बेरहमी से मार डाला. महाकुंभ से लौटते वक्त उसने एक खौफनाक योजना बनाई और पिता की हत्या कर दी. हत्या के बाद फरार हुआ यह आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है. आखिर क्यों किया इसने ऐसा? जानिए पूरी मर्डर मिस्ट्री!

Mahakumbh 2025: रायबरेली (उत्तर प्रदेश) से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. महाकुंभ के संगम स्नान के बाद एक बेटे ने अपने पिता की बेरहमी से हत्या कर दी. यह घटना एक बेहद खौफनाक योजना के तहत अंजाम दी गई, और पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद मर्डर मिस्ट्री को सुलझा लिया. तो आइए जानते हैं इस हत्या के पीछे की पूरी कहानी.
बेटे ने क्या किया था प्लान?
भदोखर थाना क्षेत्र के इकछनिया गांव में यह घटना हुई. सुरेन्द्र यादव नाम के युवक ने अपने पिता, कल्लू यादव की हत्या कर दी. ये हत्या कोई अचानक नहीं हुई, बल्कि यह एक महीनों से चल रहे तनाव और गुस्से का परिणाम था. सुरेन्द्र को अपनी मां को लेकर कुछ आपत्ति थी, और उसे ये भी गुस्सा था कि उसके पिता अपनी चाची के साथ अधिक समय बिताते थे. वह अपनी मां की उपेक्षा से बेहद नाराज था. सुरेन्द्र ने अपने इस गुस्से को हिंसा में बदलने का फैसला किया. महाकुंभ में संगम स्नान करने के बाद जब वह अपने गांव लौटे, तो रास्ते में उसने ओखली में इस्तेमाल होने वाला छोटा मूसल खरीदा. और फिर, रात के अंधेरे में, उसने चुपचाप अपने पिता के पास जाकर उन्हें मूसल से सिर और मुंह पर तीन वार किए. मूसल के हमलों से कल्लू की मौके पर ही मौत हो गई.
पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपी?
हत्या के बाद, सुरेन्द्र फरार हो गया. वह लखनऊ और फिर उन्नाव की ओर भागा. लेकिन पुलिस ने उसके बारे में जानकारी जुटाई और उसके मोबाइल को सर्विलांस पर डाला. पुलिस को सुरेन्द्र के उन्नाव में होने का पता चला, और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में सुरेन्द्र ने बताया कि उसकी मां की उपेक्षा और पिता की चाची के प्रति करीबी से वह बेहद परेशान था, और यह हत्या उसने अपनी इसी गुस्से और नाराजगी के चलते की. अब पुलिस ने सुरेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहरी जांच की जा रही है.
नतीजा और सबक
यह घटना समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि किसी भी समस्या का समाधान हिंसा नहीं हो सकता. परिवार के भीतर के मतभेदों को सुलझाने के लिए संवाद और समझ की ज़रूरत होती है, न कि किसी को नुकसान पहुंचाना. अब इस मामले में पुलिस गहरी जांच कर रही है, और यह घटना एक बार फिर से हमें यह याद दिलाती है कि परिवार में रिश्तों की अहमियत कितनी होती है.


