'11अरब साल पुरानी गैलेक्सी से आया रहस्यमयी सिग्नल, NASA भी हैरान – आखिर कौन भेज रहा है संदेश?'
वैज्ञानिकों ने 11 अरब साल पुरानी एक गैलेक्सी से रहस्यमयी सिग्नल पकड़ा है, जो कई सवाल खड़े कर रहा है. हैरानी की बात यह है कि इस गैलेक्सी में तारे बनने की प्रक्रिया बंद हो चुकी है, फिर भी यह सिग्नल क्यों और कैसे आ रहा है? क्या यह किसी अनजान दुनिया का संकेत है या कोई और वैज्ञानिक रहस्य? जानिए इस दिलचस्प खोज के पीछे की पूरी कहानी!

Mysterious Signal From Universe: वैज्ञानिकों ने हाल ही में अंतरिक्ष से एक रहस्यमयी सिग्नल पकड़ा है, जो 11 अरब साल पुरानी एक मृत गैलेक्सी से आ रहा है. गैलेक्सी तारों का जन्म बंद हो चुका है। इसको लेकर एक हैरानीजनक सर्च सामने आई है.वैज्ञानिकों के लिए यह बड़ा सवाल बन गया है कि आखिर इतनी पुरानी गैलेक्सी से यह संकेत क्यों आ रहे हैं और इसका स्रोत क्या है?
क्या यह एलियंस का संकेत है?
इस सिग्नल के मिलने के बाद कई सवाल उठने लगे हैं. क्या यह संकेत किसी अन्य सभ्यता से आ रहा है, या फिर इसका कारण कोई और खगोलीय घटना है? हालांकि वैज्ञानिक अभी इस पर शोध कर रहे हैं, लेकिन यह खोज ब्रह्मांड की गहराइयों को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है.
धरती की ओर बढ़ रहा था खतरा!
इसी बीच NASA ने हाल ही में एस्टेरॉयड 2024 YR4 की खोज की थी, जिसे लेकर पूरी दुनिया में हलचल मच गई थी.
क्या सच में टकराता पृथ्वी से?
शुरुआती शोध में वैज्ञानिकों ने बताया कि इस एस्टेरॉयड के पृथ्वी से टकराने की संभावना 1.5 थी, जो कि एक बड़ी चिंता का विषय था. यदि यह टकराता, तो मुंबई, कोलकाता और ढाका जैसे बड़े शहरों के लिए गंभीर खतरा बन सकता था.
नई स्टडी से मिली राहत
NASA ने अपने लेटेस्ट ऑर्बिटल डेटा का विश्लेषण करने के बाद बताया कि अब इसकी टकराने की संभावना घटकर मात्र 0.28 रह गई है. यानी यह अब धरती के लिए कोई बड़ा खतरा नहीं है.
NASA ने क्या कहा?
NASA ने अपने आधिकारिक X (Twitter) अकाउंट पर एक पोस्ट जारी कर बताया कि अब इस एस्टेरॉयड से टकराव की संभावना न के बराबर है. उन्होंने यह भी कहा कि वे इस एस्टेरॉयड पर नजर बनाए रखेंगे और भविष्य में कोई नया अपडेट मिलने पर जानकारी साझा करेंगे.
अब चिंता की कोई बात नहीं
इससे पहले, यह एस्टेरॉयड NASA की सेंटी रिस्क टेबल में सबसे खतरनाक एस्टेरॉयड में से एक था, लेकिन अब नई ऑब्जर्वेशन के बाद इसे कम खतरनाक श्रेणी में डाल दिया गया है. NASA लगातार इस एस्टेरॉयड की मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है. अगर भविष्य में इससे जुड़ी कोई और नई जानकारी मिलती है, तो उसे जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा. फिलहाल, इस खबर से दुनिया भर के वैज्ञानिकों और आम जनता को राहत मिली है.


