'मां को टारगेट कर रहे, देशभक्ति पर सवाल...', नीरज चोपड़ा ने अरशद नदीम को भारत आमंत्रित करने पर तोड़ी चुप्पी
नीरज चोपड़ा ने अर्शद नदीम को दिए गए निमंत्रण पर उठे विवाद को लेकर सफाई दी कि ये खेल भावना के तहत हमले से पहले भेजा गया था. उन्होंने अपने और परिवार पर हो रहे हमलों को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए देश को सर्वोपरि बताया.

टोक्यो ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा इन दिनों सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं. इसका कारण है पाकिस्तान के जैवलिन थ्रोअर अर्शद नदीम को बेंगलुरु में मई 2025 में होने वाले नीरज चोपड़ा क्लासिक में आमंत्रण देना. पहलगाम आतंकी हमले के बाद नीरज को निशाने पर लिया गया, क्योंकि कई लोगों ने इस आमंत्रण को राष्ट्रहित के खिलाफ बताया.
हालांकि अब नीरज चोपड़ा ने सोशल मीडिया पर एक लंबा बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया कि ये निमंत्रण हमले से दो दिन पहले भेजा गया था और इसे खेल भावना के तहत दिया गया था, ना कि किसी राजनीतिक उद्देश्य से. उन्होंने उन लोगों की आलोचना की जो उनके और उनके परिवार के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं.
'मैं कम बोलने वाला इंसान हूं, लेकिन चुप नहीं रहूंगा'
नीरज ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा- मैं आमतौर पर कम बोलने वाला इंसान हूं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि मैं गलत के खिलाफ आवाज नहीं उठाऊंगा. खासकर तब जब मेरे देश के प्रति मेरे प्रेम और मेरे परिवार की इज्ज़त पर सवाल उठाए जा रहे हो. नीरज ने आगे कहा कि अर्शद नदीम को मैंने एक खिलाड़ी से दूसरे खिलाड़ी के रूप में निमंत्रण दिया था- ना इससे कम, ना ज्यादा. NC Classic का मकसद भारत में विश्व स्तरीय खेल आयोजनों को बढ़ावा देना था. सोमवार को सभी खिलाड़ियों को आमंत्रण भेजा गया था, जबकि पहलगाम हमला बुधवार को हुआ.
'हमले के बाद नदीम का आना सवाल ही नहीं था'
नीरज ने साफ किया कि हमले के बाद अर्शद का आना पूरी तरह से रद्द कर दिया गया था. पिछले 48 घंटों में जो कुछ हुआ, उसके बाद अर्शद की उपस्थिति असंभव थी. मेरा देश और उसकी सुरक्षा मेरे लिए सर्वोपरि है. जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके लिए मेरी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं हैं. मैं भी पूरे देश की तरह आहत और क्रोधित हूं. नीरज ने कहा कि उन्होंने हमेशा देश का नाम रोशन किया है और ऐसे समय में उनकी नीयत पर सवाल उठाना तकलीफदेह है. मैंने सालों से अपने देश को गर्व से आगे बढ़ाया है और मेरी निष्ठा पर सवाल उठाए जाना मुझे बेहद दुख पहुंचाता है. हम एक साधारण परिवार से हैं, कृपया हमें गलत तरीके से पेश ना करें.
'मीडिया द्वारा गढ़ी गई झूठी कहानियां'
नीरज ने कुछ मीडिया चैनलों पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने उनके खिलाफ गलत और भ्रामक खबरें फैलाई.
कुछ मीडिया ने मेरे खिलाफ झूठी कहानियां बनाई हैं. सिर्फ इसलिए कि मैं जवाब नहीं देता, इसका मतलब ये नहीं कि वो बातें सच हैं.
'मां को भी नहीं छोड़ा गया'
नीरज ने बताया कि एक साल पहले उनकी मां के एक मासूम बयान को लोगों ने सराहा था, लेकिन अब उसी बयान के लिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है.एक साल पहले मेरी मां के एक मासूम बयान की तारीफ हुई थी, आज उसी बात के लिए उन्हें घेरा जा रहा है. मैं और मेहनत करूंगा ताकि दुनिया भारत को सम्मान की नजर से देखे. जय हिंद.


