वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद महिला टीम ने पूर्व क्रिकेटरों को दिया सम्मान, अश्विन बोले- पुरुष टीम ने ऐसा पहले कभी नहीं किया

भारत की महिला क्रिकेट टीम ने नवी मुंबई में आईसीसी महिला वनडे विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया. रविचंद्रन अश्विन ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पूर्व खिलाड़ियों का सम्मान कर सच्ची कृतज्ञता दिखाई. झूलन गोस्वामी भावुक हो उठीं, जबकि यह जीत महिला क्रिकेट के नए युग की शुरुआत बनी.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

मुंबईः भारत की महिला क्रिकेट टीम ने नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में इतिहास रचते हुए आईसीसी महिला वनडे विश्व कप जीत लिया. इस शानदार जीत ने न केवल देश को गर्व महसूस कराया, बल्कि एक भावनात्मक दृश्य भी सामने लाया जिसने हर क्रिकेट प्रेमी का दिल जीत लिया. महिला टीम ने अपनी जीत को मिताली राज, झूलन गोस्वामी और अंजुम चोपड़ा जैसी दिग्गज खिलाड़ियों को समर्पित किया, जो कभी इस सपने को पूरा नहीं कर पाईं.

टीम को लेकर क्या बोले अश्विन?

पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने महिला टीम की इस संवेदनशील पहल की दिल से तारीफ की. अपने यूट्यूब चैनल पर अश्विन ने कहा कि महिला टीम ने जो किया, वो वाकई दिल को छू लेने वाला था. उन्होंने मिताली राज और झूलन गोस्वामी को ट्रॉफी थमाकर उनके योगदान को सम्मान दिया. पुरुष टीम ने ऐसा पहले कभी नहीं किया. अश्विन ने कहा कि यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि उस भावना की जीत थी जो यह दर्शाती है कि वर्तमान खिलाड़ी अपने पूर्वजों को कितना मान देते हैं. उन्होंने इसे सच्ची कृतज्ञता बताया, न कि मीडिया के सामने दिखावटी सम्मान.

और क्या बोले अश्विन?

अश्विन ने आगे कहा कि अक्सर खिलाड़ी अपनी पीढ़ी की तारीफ करते हैं और पुरानी पीढ़ी को भुला देते हैं. लेकिन महिला टीम ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने कहा कि कभी-कभी मीडिया में हम बस कह देते हैं कि हमारी टीम सबसे अच्छी है, लेकिन कोई यह नहीं कहता कि हम यहां तक पहुंचे हैं क्योंकि किसी ने पहले राह बनाई. महिला टीम ने इस सोच को बदल दिया है. उन्होंने बताया कि हरमनप्रीत कौर की टीम ने केवल जीत हासिल नहीं की, बल्कि भारतीय क्रिकेट की आत्मा को एक नया आयाम दिया, जहां सम्मान, समर्पण और एकता खेल से भी ऊपर खड़े हैं.

झूलन गोस्वामी की आंखों में छलके भावनाओं के आंसू

इस ऐतिहासिक जीत का सबसे भावुक पल था जब झूलन गोस्वामी, जिन्होंने 2022 में संन्यास लिया था, ट्रॉफी को अपने हाथों में थामकर रो पड़ीं. उनके आंसू वर्षों की मेहनत और अधूरे सपनों का प्रतीक थे. झूलन ने बताया कि पिछले साल मेरी टीम की कुछ जूनियर खिलाड़ी आधी रात को मेरे कमरे में आईं और बोलीं, ‘दीदी, हम तुम्हारे लिए यह वर्ल्ड कप जीतेंगे.’ आज उन्होंने वो वादा पूरा कर दिया. उनके इस बयान ने हर क्रिकेट प्रेमी की आंखें नम कर दीं.

महिला क्रिकेट के लिए नई सुबह

भारत की इस जीत ने न केवल 2005 और 2017 के फाइनल में मिली हार का बदला लिया, बल्कि महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय भी जोड़ा. इस जीत ने यह संदेश दिया कि भारतीय महिला खिलाड़ी अब किसी से कम नहीं, वे खेल, अनुशासन और सम्मान, तीनों में आदर्श हैं. यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं है, यह उस भावना का सम्मान है जिसने भारतीय क्रिकेट को नई पहचान दी है.

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04 November 2025, 11:53 AM IST

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