गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल के पिता का निधन, भारत को मिली चैंपियंस ट्रॉफी से पहले बड़ी चोट!
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारतीय टीम को एक बड़ा झटका लगा है. गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल अपने पिता के निधन के बाद टीम के कैंप को छोड़कर दक्षिण अफ्रीका लौट गए हैं. इस घटना ने टीम के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं, खासकर जब बुमराह की कमी पहले ही खल रही है. मोर्कल की वापसी की तारीख अभी तक तय नहीं है. भारत का पहला मैच 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ है, लेकिन टीम को अब अपनी गेंदबाजी रणनीति पर फिर से विचार करना होगा

Champions Trophy 2025: भारत को 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए दुबई में प्रशिक्षण के दौरान एक बड़ा झटका तब लगा जब गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल अपने पिता के निधन के कारण टीम से बाहर हो गए. यह घटना भारतीय टीम के लिए तब घटी जब टीम दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयारियों में जुटी हुई थी. मोर्कल, जो दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज रहे हैं, अब दुबई से अपने देश लौट चुके हैं, लेकिन उनकी वापसी की तारीख अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है.
मोर्कल का प्रशिक्षण से अनुपस्थित होना
मंगलवार 17 फरवरी को, मोर्ने मोर्कल भारतीय टीम के प्रशिक्षण सत्र से अनुपस्थित रहे. हालांकि, वह रविवार 16 फरवरी को टीम के साथ दुबई पहुंचे थे और उसी दिन उन्होंने टीम के साथ पहला प्रशिक्षण सत्र किया था. अब उनके वापस लौटने के बाद यह देखना होगा कि वह कब टीम के साथ जुड़ते हैं, क्योंकि इस समय टीम को उनके अनुभव की सख्त जरूरत है.
भारत के गेंदबाजी आक्रमण पर असर
मोर्कल की अनुपस्थिति भारतीय टीम के लिए एक और चिंता का विषय बन गई है. भारत पहले से ही जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति से जूझ रहा है, और मोर्कल की कमी से गेंदबाजी पर दबाव बढ़ गया है. मोहम्मद शमी, जो चोट से वापसी कर रहे हैं, अभी भी पूरी तरह से फिट नहीं दिखते, जबकि अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा को वनडे में अनुभव की कमी है.
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की चुनौती
भारत को 20 फरवरी को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ अपने पहले मैच में उतरना है. इसके बाद, 23 फरवरी को पाकिस्तान के खिलाफ उनकी भिड़ंत होगी. भारतीय टीम 2 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने लीग चरण का आखिरी मैच खेलेगी. अगर भारत सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई करता है, तो यह मैच 4 मार्च को दुबई में होगा.
नया कोचिंग स्टाफ और मोर्कल की भूमिका
पिछले साल सितंबर में जब गौतम गंभीर मुख्य कोच बने, तब मोर्ने मोर्कल को भारतीय टीम का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया था. उन्होंने अभिषेक नय्यर, रयान टेन डोशेट और टी दिलीप के साथ मिलकर टीम की गेंदबाजी को मजबूत करने का काम किया है. मोर्कल की अनुपस्थिति में टीम को एक स्थिरता की आवश्यकता होगी, खासकर जब टीम को चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना है.
भारत की चैंपियंस ट्रॉफी यात्रा के लिए सभी की नजरें अब इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट पर टिकी हुई हैं. मोर्कल की वापसी की तारीख और टीम की गेंदबाजी रणनीति से जुड़े आगे के फैसले इस टूर्नामेंट के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं.


