'कॉलर पकड़ी, धक्का दिया... क्रिकेट बना जंग का मैदान!' बांग्लादेश-दक्षिण अफ्रीका मैच में भिड़ंत
बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के मैच में तो बड़ा हंगामा हो गया. दो खिलाड़ी मैदान पर एक-दूसरे से इतने खफा हुए कि हाथापाई तक हो गई. जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसे देखकर सब चौंक गए हैं. आगे क्या हुआ और आखिर वजह क्या रही ये जानने के लिए पूरी खबर पढ़ना बनता है!

Cricket: क्रिकेट के मैदान पर जोश और जुनून होता है, लेकिन जब ये बढ़ जाए तो माहौल बिगड़ना भी आम बात हो जाती है. हाल ही में बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए इमर्जिंग कप मैच में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जिसने सभी क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया. इस मुकाबले के दौरान दोनों टीमों के दो खिलाड़ियों के बीच जमकर हाथापाई हो गई, जिससे खेल भावना की धज्जियां उड़ती नजर आईं.
मैच के दौरान हुई अप्रिय घटना
ढाका में चल रहे चार दिवसीय इमर्जिंग कप के मैच में बांग्लादेश के 22 साल के बल्लेबाज रिपन मोंडल और दक्षिण अफ्रीका के 29 साल के तेज गेंदबाज शेपू तूली के बीच विवाद देखने को मिला. मामला तब शुरू हुआ जब रिपन ने तूली की एक गेंद पर जोरदार छक्का मारा. गेंदबाज ने इस छक्के के बाद रिपन को घूरना शुरू कर दिया.
South Africa Emerging Vs
— Râthôd Gõvîñd sïñgh (@Govinda88137) May 29, 2025
Bangladesh Emerging Palyers
के बीच मैच चल रहा था,
बांग्लादेश वाले ने कुछ Misadventure किया,
जिसके बाद अपने कालू भाई ने धर के पेल दिया#IndiaPakistanWar #RCBvsPBKSpic.twitter.com/SiRD7zMSIU
कैसे हुई हाथापाई?
खेल के बढ़ते तनाव में अचानक तूली ने रिपन की कॉलर पकड़ ली और उन्हें धक्का दे दिया. इस वारदात से मैदान में अफरा-तफरी मच गई. जैसे ही यह घटना हुई, मैच के मैदान पर मौजूद अंपायर और खिलाड़ियों ने तुरंत बीच-बचाव किया और स्थिति को संभाला. लेकिन इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसने क्रिकेट जगत में सुर्खियां बटोर लीं.
क्या होगी कार्रवाई?
मैदान के अंपायरों ने फिलहाल दोनों खिलाड़ियों पर कोई तुरंत सख्त कार्रवाई नहीं की है, लेकिन यह तय है कि दोनों के खिलाफ आधिकारिक रिपोर्ट दर्ज की जाएगी. खेल भावना के खिलाफ इस प्रकार की हरकतों को क्रिकेट बोर्ड बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करता. आने वाले दिनों में यह मामला क्रिकइंफो जैसे बड़े प्लेटफॉर्म पर भी चर्चा का विषय बनेगा.
खेल भावना की जरूरत
खेल का असली मजा तभी आता है जब खिलाड़ी मैदान में अपनी पूरी ताकत लगाएं लेकिन खेल भावना को बनाए रखना भी उतना ही जरूरी होता है. इस तरह की नकारात्मक घटनाएं न सिर्फ खिलाड़ियों की छवि खराब करती हैं बल्कि दर्शकों का भी मनोबल गिराती हैं. इमर्जिंग कप जैसे टूर्नामेंट युवा खिलाड़ियों के लिए अपने हुनर को दिखाने का मौका होते हैं.


