BCCI को बड़ा झटका, ड्रीम11 अनुबंध टूटा, अब 450 करोड़ का सौदा निशाने पर
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड आने वाले वर्षों के लिए एक बड़े प्रायोजन सौदे की तैयारी में जुटा है. एक रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड 2025 से 2028 की अवधि तक 450 करोड़ रुपये के अनुबंध को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहा है.

BCCI contract: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड आने वाले वर्षों के लिए एक बड़े प्रायोजन सौदे की तैयारी में है. एक रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड 2025 से 2028 की अवधि तक 450 करोड़ रुपये के अनुबंध को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहा है. यह स्थिति तब सामने आई है जब हाल ही में सरकार द्वारा लाए गए ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन और रेगुलेशन बिल, 2025 के चलते बीसीसीआई और ड्रीम11 की साझेदारी समाप्त हो गई.
ड्रीम11 और बीसीसीआई के बीच सहयोग समाप्त
इस विधेयक का उद्देश्य वित्तीय लेनदेन वाले ऑनलाइन खेलों को प्रतिबंधित करना है. ऐसे में ड्रीम11 के पास बीसीसीआई के साथ अपना अनुबंध छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. बोर्ड ने भी इस फैसले की पुष्टि की. बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने बताया कि विधेयक लागू होने के बाद ड्रीम11 और बीसीसीआई के बीच सहयोग समाप्त कर दिया गया है. भविष्य में हम ऐसे किसी भी संगठन से साझेदारी नहीं करेंगे.
ड्रीम11 का यह अनुबंध 358 करोड़ रुपये का था. इसके अचानक खत्म हो जाने से बीसीसीआई को झटका लगा, खासकर तब जब एशिया कप शुरू होने में केवल कुछ हफ़्ते ही शेष हैं. हालांकि, बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि नए सौदे में वह कोई नरमी बरतने वाला नहीं है और 458 करोड़ रुपये का आंकड़ा प्रायोजन राशि के लिए तय किया गया है.
बीसीसीआई का लक्ष्य
नई प्रायोजन योजना के अंतर्गत घरेलू और विदेशी द्विपक्षीय सीरीज के साथ-साथ एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के टूर्नामेंट भी शामिल होंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई ने प्रति द्विपक्षीय मैच 3.5 करोड़ रुपये और आईसीसी व एसीसी टूर्नामेंट के मैचों के लिए 1.5 करोड़ रुपये की दर का लक्ष्य रखा है. यह रकम ड्रीम11 द्वारा दिए गए अनुबंध से अधिक है, लेकिन बायजू से मिलने वाली राशि से कम मानी जा रही है.
कम समय में कैसे मिलेगा प्रायोजक
वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि एशिया कप कुछ ही दिनों में शुरू हो रहा है और इतने कम समय में प्रायोजक ढूंढ़ना आसान नहीं होगा. इसके बावजूद बीसीसीआई का इरादा है कि 30 सितंबर से भारत में आयोजित होने वाले महिला विश्व कप से पहले वह किसी मजबूत ब्रांड के साथ नए प्रायोजन समझौते को अंतिम रूप दे दे.
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड न केवल देश बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रायोजन के लिहाज से बेहद आकर्षक इकाई है. अब देखना होगा कि ड्रीम11 के बाद कौन सा बड़ा नाम बीसीसीआई से जुड़कर क्रिकेट के मैदान में अपनी मौजूदगी दर्ज कराता है.


