13 साल बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी के लिए तैयार विराट कोहली, पढ़े किस पूर्व कोच से ली सहायता
कोहली ने ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों पर अपना विकेट गंवाया। कोहली ने इन तकनीकी पहलुओं पर काम करने के लिए पूर्व भारतीय बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ की मदद ली है। बांगड़ को कोहली के खेल की अच्छी समझ है। कोहली गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण सौराष्ट्र के खिलाफ नहीं खेल सके थे।

Cricket: भारतीय स्टार बल्लेबाज विराट कोहली 30 जनवरी को रेलवे के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में 13 साल बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी करने के लिए तैयार हैं। कोहली ने 2012 से कोई रणजी मैच नहीं खेला है, जब बीसीसीआई ने सभी केंद्रीय अनुबंधित क्रिकेटरों को घरेलू क्रिकेट के लिए उपलब्ध रहने का निर्देश दिया था। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में कोहली का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। वह नौ पारियों में केवल 190 रन ही बना सके, जिससे टेस्ट क्रिकेट में उनके भविष्य पर सवाल उठने लगे।
उठती गेंद का करवाया अभ्यास
हालांकि, इस दौरान उन्होंने बांगड़ के साथ विशेष अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया। इस अभ्यास सत्र में बांगड़ को 16 गज की दूरी से कोहली की ओर गेंद फेंकते हुए दिखाया गया। उन्होंने कोहली को लगातार उठती गेंद का अभ्यास कराया। कोहली बैकफुट पर अपने खेल को बेहतर करना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने संजय बांगड़ की मदद ली।
बांगड़ के रहते बजा डंका
जब बांगड़ टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच थे, तब कोहली विश्व क्रिकेट में धूम मचा रहे थे। कोहली ने अपने 80 अंतरराष्ट्रीय शतक 2014 से 2019 के बीच बनाए, जब बांगड़ टीम के बल्लेबाजी कोच थे। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से कोहली ने सिर्फ दो अंतरराष्ट्रीय शतक बनाए हैं। बांगड़ का कार्यकाल 2019 विश्व कप के बाद समाप्त हो गया और विक्रम राठौर को बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया गया। उस समय टीम के सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति में शामिल बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘कोहली से जब 2019 विश्व कप के बाद बांगड़ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि बांगड़ के रहते हुए उन्हें बल्लेबाज के तौर पर काफी फायदा हुआ।’’ "


