बेंगलुरु भगदड़ पर नई एफआईआर: RCB और केएससीए पर लापरवाही का आरोप
बेंगलुरु भगदड़ में बचने वाले रोलन गोम्स ने आरसीबी, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) और डीएनए एजेंसी को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.

बेंगलुरु में 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल जीत की विजय परेड के दौरान मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हुए. यह घटना एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई, जहां लाखों प्रशंसक टीम की जीत का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे.
भीड़ नियंत्रण के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं
25 वर्षीय रोलन गोम्स ने कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने RCB, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) और इवेंट प्रबंधन कंपनी DNA एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को जिम्मेदार ठहराया है. गोम्स का कहना है कि RCB ने सोशल मीडिया पर कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी थी, जिसमें यह संकेत दिया गया था कि आयोजन स्थल पर टिकट जारी किए जाएंगे और बिना टिकट के भी प्रवेश की अनुमति होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि आयोजकों ने विजय परेड का प्रचार किया था, लेकिन भीड़ नियंत्रण के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई थी.
शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
घटना के बाद, कर्नाटक सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद और चार अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया. इसके अलावा, RCB और KSCA के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है. कर्नाटक उच्च न्यायालय ने राज्य पुलिस को निर्देश दिया है कि भगदड़ के सिलसिले में KSCA के अधिकारियों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाए. मामले की सुनवाई 16 जून तक स्थगित कर दी गई है.
इस घटना के बाद, RCB और DNA एंटरटेनमेंट के चार अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है. RCB ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता जताई है.


