साउथ अफ्रीका के खिलाफ ऋतुराज गायकवाड़ ने जड़ा शानदार शतक, गेंदबाजों के छुड़ाए छक्के
भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए दूसरे वनडे में शानदार वापसी करते हुए बेहतरीन शतक जड़ा. गायकवाड़ की इस पारी में आक्रामकता और क्लास का बेहतरीन मेल देखने को मिला.

भारतीय क्रिकेट टीम के युवा बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए दूसरे वनडे में शानदार वापसी करते हुए बेहतरीन शतक जड़ा. दाएं हाथ के इस स्टाइलिश बल्लेबाज़ ने 77 गेंदों में 100 रन की दमदार पारी खेली और टीम इंडिया को मजबूत शुरुआत दिलाई.
गायकवाड़ की पारी में आक्रामकता और क्लास का बेहतरीन मेल
गायकवाड़ की इस पारी में आक्रामकता और क्लास का बेहतरीन मेल देखने को मिला. उन्होंने अपने शतक में 12 आकर्षक चौके और दो ऊंचे छक्के लगाए, जिनके दम पर उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज़ों पर लगातार दबाव बनाए रखा. पहले वनडे में ऋतुराज से बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन रांची के मुकाबले में वह बेहद सस्ते में आउट होकर पवेलियन लौट गए थे. उनके शुरुआती खराब प्रदर्शन के बाद आलोचकों ने सवाल उठाए थे.
दूसरे मैच में मैदान पर उतरते ही गायकवाड़ ने साफ कर दिया कि वह दबाव झेलने और उससे उभरकर सामने आने की क्षमता रखते हैं. दिलचस्प बात यह रही कि दूसरे वनडे में वह पहली ही गेंद पर आउट होने से बेहद करीब थे, लेकिन किस्मत ने उनका साथ दिया और कैच ड्रॉप होने के बाद उन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाया. इसके बाद उन्होंने बैकफुट पर मजबूती दिखाई, फ्रंटफुट पर शानदार ड्राइव खेलीं और हर ओवर में रन बनाते हुए अपनी लय वापस हासिल की.
परिस्थिति को समझते हुए गायकवाड़ ने की बल्लेबाजी
गायकवाड़ की इस पारी की खासियत यह रही कि उन्होंने शुरुआत में परिस्थिति को समझते हुए बल्लेबाजी की और सेटल होने के बाद स्ट्राइक रोटेशन के साथ बड़े शॉट लगाने शुरू किए. उनके कवर ड्राइव और स्ट्रेट ड्राइव देखने लायक थे, जबकि उनके पुल शॉट ने दर्शकों को खासा रोमांचित किया. उन्होंने रन बनाने की अपनी गति को लगातार बनाए रखा, जिससे भारतीय पारी को ठोस आधार मिला. मैदान पर मौजूद दर्शक भी ऋतुराज के हर शानदार शॉट पर जोरदार तालियों से उनका उत्साह बढ़ाते दिखे.
ये शतक ऋतुराज के अंतरराष्ट्रीय करियर के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि वह खुद को वनडे फॉर्मेट में एक भरोसेमंद ओपनर के रूप में स्थापित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. यह पारी न केवल उनके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी करेगी, बल्कि टीम मैनेजमेंट को भी यह भरोसा दिलाएगी कि वह बड़ी जिम्मेदारी निभाने में सक्षम हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी यह सेंचुरी भारतीय टीम के लिए राहत की खबर है और यह प्रदर्शन उन्हें आगे आने वाली सीरीज में और मजबूत बनाएगा.


