भारतीय टेनिस टीम ने रचा इतिहास, स्विट्जरलैंड को 3-1 से हराकर डेविस कप क्वालिफायर में एंट्री
भारतीय टेनिस टीम ने डेविस कप 2025 वर्ल्ड ग्रुप I में स्विट्जरलैंड को 3-1 से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. यह भारत की यूरोप में 32 वर्षों में पहली जीत है. सुमित नागल ने दो सिंगल्स जीतकर टीम को बढ़त दिलाई. इस जीत से भारत ने 2026 के क्वालिफायर में जगह बना ली, जबकि स्विट्ज़रलैंड अब प्ले-ऑफ खेलेगा.

India vs Switzerland Davis Cup 2025 : स्विट्जरलैंड के बीएल शहर में भारतीय पुरुष टेनिस टीम ने डेविस कप 2025 वर्ल्ड ग्रुप I मुकाबले में स्विट्ज़रलैंड को 3-1 से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. यह जीत सिर्फ एक टूर्नामेंट में बढ़त नहीं, बल्कि तीन दशकों से अधिक समय बाद यूरोप की धरती पर भारत की पहली बड़ी सफलता है. इससे पहले भारत ने 1993 में फ्रांस के खिलाफ यूरोप में जीत दर्ज की थी.
सुमित नागल बने हीरो
डेब्यूटेंट दक्षिणेश्वर ने किया कमाल
टीम में पहली बार शामिल किए गए युवा खिलाड़ी दक्षिणेश्वर सुरेश ने स्विस नंबर 1 खिलाड़ी जेरोम किम को हराकर बड़ा उलटफेर किया. यह जीत भारतीय टेनिस के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है, जो दिखाती है कि भारत के पास अब अगली पीढ़ी के टैलेंटेड खिलाड़ी भी तैयार हैं.
डबल्स में चूकी भारतीय जोड़ी
हालांकि, भारत को डबल्स मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा, जब स्विट्ज़रलैंड के याकुब पॉल और डॉमिनिक स्ट्रिकर की जोड़ी ने एन. श्रीराम बालाजी और ऋत्विक बोलीप्पल्ली को तीन सेटों में मात दी. भारतीय जोड़ी के पास कई मौके थे, लेकिन वे अहम पलों में उनका फायदा नहीं उठा सके.
"टीम ने एक-दूसरे को किया मोटिवेट"
मैच के बाद सुमित नागल ने कहा कि यूरोप में जीत दर्ज करना लंबे समय बाद हुआ है और यह टीम की एकजुटता का नतीजा है. उन्होंने कहा कि डबल्स मुकाबला बेहद कठिन था और वह बेंच पर बैठे-बैठे ही पसीना बहा रहे थे. लेकिन जैसे ही कोर्ट पर उतरे, उन्होंने आत्मविश्वास से खेला और बेहतरीन प्रदर्शन किया.
अब 2026 क्वालिफायर की तैयारी
भारत ने इस जीत के साथ 2026 वर्ल्ड ग्रुप क्वालिफायर के लिए अपनी जगह पक्की कर ली है. वर्ल्ड रैंकिंग में 37वें स्थान पर मौजूद भारतीय टीम ने 24वीं रैंकिंग वाली स्विट्ज़रलैंड को हराकर यह बड़ी उपलब्धि हासिल की है. अब भारत की निगाहें शीर्ष स्तर पर वापसी पर होंगी. भारत अब तक तीन बार डेविस कप फाइनल (1966, 1974, 1987) खेल चुका है, और यह जीत उस गौरवशाली इतिहास को दोहराने की उम्मीद जगाती है.


