अब व्हाइट जर्सी में नहीं दिखेगा टीम इंडिया का यह कप्तान, टेस्ट क्रिकेट से किया सन्यास का ऐलान, जानिए वजह
टीम इंडिया के स्टाइलिश प्लेयर रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से सन्यास का ऐलान कर दिया है. उन्होंने सन्यास लेने का ऐलान सोशल मीडिया के माध्यम से किया. इससे पहले उन्हें टेस्ट टीम की कप्तानी से हटाया गया था.

टीम इंडिया के स्टाइलिश प्लेयर रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से सन्यास का ऐलान कर दिया है. यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ एक बड़ी सीरीज की तैयारी कर रही है. दरअसल, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इंग्लैंड के आगामी दौरे से पहले ही रोहित शर्मा को टेस्ट कप्तानी से हटाने पर विचार कर रहा था. हालांकि, बोर्ड के उस कदम से पहले ही रोहित ने खुद यह जिम्मेदारी छोड़ने का फैसला कर लिया. इस निर्णय के साथ ही उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट से अपने संन्यास की घोषणा भी कर दी.
इंस्टाग्राम पर भावुक संदेश
रोहित शर्मा ने अपने संन्यास की जानकारी सोशल मीडिया के ज़रिए दी. इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, "सभी को नमस्कार, मैं यह बताना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं. इतने सालों तक अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात रही है. सभी प्रशंसकों और सहयोगियों का धन्यवाद, जिन्होंने इस सफर में मेरा साथ दिया. मैं वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करता रहूंगा."
कठिन दौर और निरंतरता की कमी
हाल के वर्षों में रोहित का टेस्ट प्रदर्शन वैसा नहीं रहा जैसा पहले हुआ करता था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें टेस्ट में उन्होंने कहा था कि वह खेलना जारी रखना चाहते हैं, लेकिन रेड-बॉल क्रिकेट में उनके आंकड़े बीसीसीआई को प्रभावित नहीं कर पाए. 38 वर्षीय खिलाड़ी को न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में अपनी लय पाने में कठिनाई हुई. ऑस्ट्रेलिया में तो एक समय ऐसा भी आया जब उन्हें खुद को टीम से बाहर करना पड़ा.
तेज गेंदबाज़ों पर जताया भरोसा
अपने बयान में रोहित ने यह भी कहा कि उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ों का नेतृत्व देखने की उत्सुकता है. उन्होंने विश्वास जताया कि ये गेंदबाज़ भारत को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे.
टेस्ट क्रिकेट में शानदार सफर
रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट करियर शुरुआत में धीमा रहा, लेकिन एक बार जब उन्होंने खुद को इस प्रारूप में स्थापित कर लिया, तो पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में ही दो शानदार शतक जड़े थे और इसके बाद कई बार अपनी क्लास और धैर्य से टीम इंडिया को मुश्किल हालात से बाहर निकाला.
🚨 ROHIT SHARMA RETIRED FROM TEST CRICKET 🚨 pic.twitter.com/Yjtz8onaOr
— Johns. (@CricCrazyJohns) May 7, 2025
उनकी सबसे यादगार पारियों में से एक 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बतौर ओपनर खेली गई दोहरा शतक थी, जिसने उनकी नई भूमिका को सफलतापूर्वक साबित कर दिया. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 50 से अधिक की औसत से रन बनाए, जो उनकी गुणवत्ता और निरंतरता को दर्शाता है.
ओपनिंग भूमिका में मिली नई पहचान
टेस्ट क्रिकेट में रोहित का असली परिवर्तन तब आया जब उन्हें सलामी बल्लेबाज की भूमिका दी गई. इससे पहले वे मध्यक्रम में संघर्ष कर रहे थे, लेकिन नई भूमिका ने उनके करियर को नई ऊंचाई दी. उन्होंने घर और विदेश, दोनों जगह ओपनर के रूप में प्रभावशाली प्रदर्शन किया. यह बदलाव उनके टेस्ट करियर के पुनर्जन्म के तौर पर देखा गया.
अनुभव और कप्तानी का प्रभाव
रोहित शर्मा केवल एक बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि एक रणनीतिक कप्तान भी रहे हैं. उन्होंने टीम इंडिया को मुश्किल परिस्थितियों में नेतृत्व प्रदान किया और युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन भी दिया. टेस्ट कप्तान के रूप में उन्होंने इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे मजबूत टीमों के खिलाफ प्रतिस्पर्धात्मक प्रदर्शन किया.


