शुभमन गिल ने प्रदर्शन से आलोचकों को दिया जवाब, नासिर हुसैन को बदलनी पड़ी राय
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने इंग्लैण्ड से मिली जीत के बाद शुभमन गिल की तारीफ की.

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन को शुभमन गिल की कप्तानी पर अपनी राय बदलने में ज्यादा वक्त नहीं लगा. एक पखवाड़े पहले ही उन्होंने गिल की आलोचना की थी, लेकिन रविवार को बर्मिंघम में भारत द्वारा इंग्लैंड पर 336 रनों की ऐतिहासिक जीत ने उन्हें अपना रुख बदलने पर मजबूर कर दिया. यह विदेशी धरती पर भारत की अब तक की सबसे बड़ी टेस्ट जीत थी, जिसने सीरीज़ को 1-1 से बराबरी पर ला खड़ा किया.
लीड्स टेस्ट में भारत की हार के बाद नासिर ने गिल पर सवाल उठाते हुए कहा था कि उनमें विराट कोहली जैसा दबदबा नहीं है. उन्होंने कहा था कि गिल कप्तान की तरह नहीं दिखे और मैदान पर स्पष्ट नेतृत्व की कमी थी, जबकि केएल राहुल, ऋषभ पंत और डगआउट से लगातार निर्देश मिल रहे थे.
नासिर ने की गिल की प्रशंसा
लेकिन बर्मिंघम में भारत की शानदार वापसी के बाद नासिर ने गिल की प्रशंसा की. उन्होंने स्वीकार किया कि भले ही गिल में कोहली जैसी ऊर्जा नहीं हो, लेकिन उनका शांत और स्थिर स्वभाव मौजूदा भारतीय टीम के लिए उपयुक्त है. नासिर ने कहा कि इस टेस्ट में गिल की मौजूदगी मैदान पर स्पष्ट रूप से महसूस की गई. उन्होंने फील्डिंग सजावट में सक्रिय भाग लिया और नेतृत्व की जिम्मेदारी बखूबी निभाई.
नासिर ने कहा कि वह शांत रहता है, उसकी धड़कनें धीमी हैं. वह कोहली जैसा जोशीला कप्तान नहीं है, लेकिन यही बात इस टीम को संतुलन देती है. भारत जैसे क्रिकेट-प्रेमी देश में, जहां हर पल पर प्रतिक्रिया होती है, वहां ऐसा नेतृत्व जरूरी होता है जो संयम बनाए रखे.
आकाशदीप की शानदार गेंदबाजी
उन्होंने गिल के एक फैसले को 'अकल्पनीय मास्टरस्ट्रोक' बताया, जब उन्होंने पांचवें दिन आकाशदीप को गेंदबाजी छोर बदलने के लिए कहा. यह फैसला तब आया जब आकाश ने पिछले दिन नए गेंद से दूसरे छोर से दो विकेट लिए थे. यह रणनीति कारगर रही और आकाशदीप ने छह विकेट लेकर इंग्लैंड की पारी को तहस-नहस कर दिया.
अंत में नासिर ने गिल की बल्लेबाज़ी की भी प्रशंसा की और कहा कि किसी भी कप्तान की पहली जिम्मेदारी रन बनाना होती है. गिल ने इस मैच में 430 रन बनाए . ये एक टेस्ट मैच में किसी कप्तान द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रन हैं. यह नेतृत्व का सर्वोच्च उदाहरण है.


