गिल की ऐतिहासिक पारी, टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक ठोक तोड़े कई रिकॉर्ड
शुभमन गिल ने एजबेस्टन टेस्ट की पहली पारी में बेहतरीन बल्लेबाज़ी करते हुए अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक जड़ा. इसके साथ ही वह इंग्लैंड में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं.

भारतीय क्रिकेट टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल ने आखिरकार वो कर दिखाया जिसका इंतज़ार उनके प्रशंसक लंबे समय से कर रहे थे. एजबेस्टन टेस्ट में उन्होंने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक जड़ा और इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया. इससे पहले गिल ने लीड्स टेस्ट की पहली पारी में कप्तान के रूप में शतक लगाया था, लेकिन एजबेस्टन में उनकी ये पारी और भी खास रही.
रिकॉर्ड्स पर शुभमन गिल की चोट
इस दोहरे शतक के साथ गिल इंग्लैंड में डबल सेंचुरी लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं. इतना ही नहीं, वे इंग्लैंड की धरती पर दोहरा शतक जड़ने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी भी बन गए हैं. उनसे पहले केवल सुनील गावस्कर और राहुल द्रविड़ ने यह कारनामा किया था. गिल अब एजबेस्टन में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय भी बन गए हैं.
गिल पहले ऐसे भारतीय कप्तान हैं जिन्होंने 25 साल की उम्र से पहले विदेशी टेस्ट सीरीज़ में 300 से अधिक रन बनाए हैं. यह उपलब्धि उन्हें आधुनिक टेस्ट क्रिकेट के सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में शुमार करती है.
बेमिसाल बल्लेबाज़ी और साझेदारियां
गिल की यह पारी तकनीक, धैर्य और आक्रामकता का शानदार मिश्रण थी. उन्होंने संयम से खेलते हुए मौके पर आक्रमण भी किया. इस पारी के दौरान उन्होंने करुण नायर और ऋषभ पंत के साथ अर्धशतकीय साझेदारियां कीं, वहीं रवींद्र जडेजा के साथ 200 से ज्यादा रनों की साझेदारी की.
आलोचकों को दिया करारा जवाब
जब शुभमन गिल इंग्लैंड दौरे पर आए थे, तब आलोचक कहते थे कि वे विदेश में शतक नहीं बना पाते. मगर लीड्स में शतक और अब एजबेस्टन में दोहरे शतक ने उन्होंने यह साबित कर दिया कि वे हर परिस्थिति में रन बना सकते हैं और भविष्य में भारतीय टीम की रीढ़ बन सकते हैं.


