सागर धनखड़ हत्या मामला: 'ओलंपियन सुशील कुमार को मिली जमानत, लेकिन क्या मामला यहीं खत्म हो गया?'
2021 में जूनियर पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में फंसे ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है. लेकिन क्या ये मामला सिर्फ यहीं खत्म हो जाता है? पुलिस जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं—संपत्ति विवाद, गैंगस्टर कनेक्शन और स्टेडियम के अंदर हुई बेरहमी! इस केस से जुड़े ऐसे कई राज हैं, जो आपको जानने ही पड़ेंगे! पूरी खबर पढ़ें और समझें कि आखिर इस हाई-प्रोफाइल केस में आगे क्या होगा?

Sushil Kumar Gets Bail: भारतीय कुश्ती के दिग्गज और दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. साल 2021 में हुए जूनियर पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड में लगभग तीन साल तिहाड़ जेल में बिताने के बाद अब उन्हें नियमित जमानत मिल गई है. इससे पहले उन्हें 2023 में घुटने की सर्जरी के लिए सात दिन की अंतरिम जमानत दी गई थी. लेकिन अब कोर्ट से मिली राहत के बाद वे जेल से बाहर आ सकते हैं.
क्या है पूरा मामला?
ये घटना 4 और 5 मई 2021 की रात की है, जब दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में जूनियर पहलवान सागर धनखड़ और उनके दोस्तों पर हमला हुआ था. पुलिस चार्जशीट के मुताबिक, सुशील कुमार और उनके साथियों ने मिलकर सागर और उसके दो साथियों सोनू और अमित कुमार की बुरी तरह पिटाई की थी. इस हमले के बाद सागर ने दम तोड़ दिया था. इस मामले से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग लाठियों से किसी को पीटते दिख रहे थे. वीडियो सामने आने के बाद सुशील कुमार पर लगे आरोप और मजबूत हो गए थे.
कैसे हुआ हमला?
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि सागर और उसके दोस्तों को पहले किडनैप किया गया, फिर छत्रसाल स्टेडियम लाया गया. वहां स्टेडियम का गेट अंदर से बंद कर दिया गया और सुरक्षा गार्डों को भी हटा दिया गया. इसके बाद करीब 30 से 40 मिनट तक सभी पीड़ितों को लाठी, डंडे, हॉकी स्टिक और बेसबॉल बैट से बुरी तरह पीटा गया.
जमीन विवाद से जुड़ा था मामला?
जांच में पता चला कि इस पूरी घटना के पीछे संपत्ति विवाद था. पहलवानों के दोनों गुट एक विवादित जमीन की खरीद-फरोख्त, कब्जे और जबरन वसूली में शामिल थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस विवाद में गैंगस्टर काला जठेड़ी और नीरज बवानिया जैसे अपराधियों के नाम भी जुड़े थे.
अब आगे क्या होगा?
कोर्ट से जमानत मिलने के बाद सुशील कुमार जेल से बाहर आ सकते हैं, लेकिन इस मामले की सुनवाई अभी जारी रहेगी. ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि सुशील कुमार को पूरी तरह बरी किया जाएगा या फिर उन्हें आगे किसी और कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा. अब सवाल ये भी उठता है कि क्या कभी देश के लिए मेडल जीतकर गर्व दिलाने वाले सुशील कुमार इस मामले के बाद अपनी छवि वापस सुधार पाएंगे? या फिर उनका करियर और नाम हमेशा के लिए इस विवाद में उलझकर रह जाएगा?


