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Ranji Trophy final 2025: क्या विदर्भ बनाएगा इतिहास, या केरल रचेगा नई कहानी?

Ranji Trophy final 2025: रणजी ट्रॉफी 2025 का फाइनल मुकाबला आज से नागपुर में शुरू हो चुका है. यहां विदर्भ और केरल की टीमें खिताबी जंग के लिए आमने-सामने हैं. केरल पहली बार फाइनल में पहुंचा है, जबकि विदर्भ अपनी तीसरी ट्रॉफी जीतने के इरादे से उतरा है. अब देखना ये है कि क्या केरल इस बार इतिहास बदलने वाला है या विदर्भ एक बार फिर ये खिताब जीतने वाला है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Ranji Trophy final 2025: भारत की प्रतिष्ठित घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता रणजी ट्रॉफी 2025 का फाइनल आज यानी 26 फरवरी से नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में शुरू हो चुका है. यह मुकाबला दो मार्च तक चलेगा, जहां विदर्भ और केरल की टीमें ट्रॉफी के लिए भिड़ेंगी. इस ऐतिहासिक मैच में केरल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, जिससे मुकाबले की शुरुआत रोमांचक हो गई है.

केरल की टीम पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है और उनका सामना दो बार की चैंपियन विदर्भ से हो रहा है. विदर्भ के पास जहां घरेलू मैदान का फायदा और शानदार फॉर्म है, वहीं केरल ने 68 साल बाद इस मुकाम तक पहुंचकर अपनी ताकत दिखाई है. क्या विदर्भ तीसरी बार ट्रॉफी जीत पाएगा, या फिर केरल इतिहास रच देगा? आइए जानते हैं दोनों टीमों के प्रदर्शन और संभावनाओं के बारे में.

इस सीजन में सबसे मजबूत टीम रही विदर्भ

विदर्भ इस सीजन में सबसे मजबूत टीम रही है, जिसने सात में से छह मुकाबले जीतकर एलीट ग्रुप बी में टॉप स्थान हासिल किया. नॉकआउट चरण में उन्होंने तमिलनाडु और मुंबई को हराते हुए शानदार अंदाज में फाइनल में एंट्री की. टीम की बल्लेबाजी इकाई बेहद मजबूत नजर आ रही है. यश राठौड़ (9 मैचों में 933 रन) और कप्तान अक्षय वाडकर (9 मैचों में 674 रन) शानदार फॉर्म में हैं. ऑलराउंडर हर्ष दुबे (9 मैचों में 460 रन और 66 विकेट) ने भी पूरे सीजन में कमाल किया है. विदर्भ की ताकत उनकी संतुलित टीम और घरेलू मैदान पर खेलने का फायदा है. यदि वे अपनी लय बरकरार रखते हैं, तो यह खिताब उनकी झोली में आ सकता है.

पहली बार फाइनल में पहुंची केरल

केरल ने इस सीजन में जबरदस्त प्रदर्शन किया है, जिसने एलीट ग्रुप सी में तीन जीत और चार ड्रॉ के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए नॉकआउट दौर में जगह बनाई. फाइनल में पहुंचने के लिए उन्होंने जम्मू-कश्मीर और गुजरात को पहली पारी की बढ़त के आधार पर हराया. टीम के प्रमुख बल्लेबाजों में सलमान निजार (8 मैचों में 607 रन) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (9 मैचों में 601 रन) शामिल हैं. वहीं, अनुभवी ऑलराउंडर जलज सक्सेना (338 रन और 38 विकेट) ने भी टीम के लिए अहम योगदान दिया है. केरल पहली बार रणजी ट्रॉफी जीतने का सपना देख रहा है और उनकी लचीलापन उन्हें एक खतरनाक प्रतिद्वंद्वी बनाता है. वे इस ऐतिहासिक अवसर को हाथ से नहीं जाने देना चाहेंगे.

किसको मिलेगा पिच का फायदा?

विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम की पिच संतुलित मानी जाती है, जहां बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को मौके मिल सकते हैं. पिछले तीन मैचों में इस मैदान पर पहली पारी का औसत स्कोर 309 रन रहा है, जो दर्शाता है कि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को बढ़त मिल सकती है. तेज गेंदबाज और स्पिनर दोनों ही इस पिच से फायदा उठा सकते हैं, लेकिन शुरुआती ओवरों में बल्लेबाजों को सतर्क रहने की जरूरत होगी. टॉस और शुरुआती घंटों का खेल मैच के नतीजे में अहम भूमिका निभाएगा.

क्या कहता है समीकरण?

हालिया फॉर्म और घरेलू मैदान को देखते हुए विदर्भ को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन केरल ने पूरे टूर्नामेंट में अपने जुझारूपन से सबको चौंकाया है. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या विदर्भ अपनी तीसरी रणजी ट्रॉफी जीतता है, या फिर केरल अपनी पहली खिताबी जीत से इतिहास रचता है.

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26 February 2025, 01:18 PM IST

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