यश दयाल को रेप केस में कोर्ट ने दिया बड़ा झटका, RCB को चैंपियन बनाने वाले गेंदबाज का अब करियर होगा खत्म!
रेप केस मामले में RCB के तेज गेंदबाज यश दयाल की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. POCSO कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी और कहा जांच से लगता है कि वे इस मामले में शामिल हो सकते हैं.

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के तेज गेंदबाज यश दयाल को जयपुर की POCSO कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है. कोर्ट ने उनके खिलाफ दर्ज रेप और POCSO एक्ट के मामले में अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी. जज अलका बंसल ने कहा कि मौजूदा सबूतों से यह साफ नहीं होता कि यश दयाल को झूठा फंसाया गया है. जांच से लगता है कि वे इस मामले में शामिल हो सकते हैं.
क्या है पूरा मामला ?
जयपुर के सांगानेर सदर थाने में एक नाबालिग लड़की ने FIR दर्ज कराई है. उसने आरोप लगाया कि यश दयाल ने क्रिकेट करियर में मदद का लालच देकर उसे फंसाया. ढाई साल तक उसके साथ मारपीट की, ब्लैकमेल किया और कई बार शारीरिक संबंध बनाए.
आरोप के मुताबिक, ये घटनाएं जयपुर और कानपुर के होटलों में हुई. पुलिस के पास लड़की के फोन से चैट, फोटो, वीडियो, कॉल रिकॉर्ड और होटल बुकिंग के सबूत हैं. ये सब POCSO कानून के तहत गंभीर माने जा रहे हैं.
यश दयाल की दलील
यश दयाल के वकील कुणाल जैमन ने कोर्ट में कहा कि उनका मुवक्किल सिर्फ सार्वजनिक जगहों पर लड़की से मिला, कभी अकेले नहीं. लड़की ने खुद को बड़ा बताया था और पैसे मांगे थे. उन्होंने दावा किया कि यह सब पैसे ऐंठने की साजिश है.
गाजियाबाद में दर्ज एक दूसरा मामला भी इसी का हिस्सा है. यश ने याचिका में खुद को निर्दोष बताया और कहा कि आरोप झूठे हैं. वे जांच में पूरा सहयोग करेंगे.
सरकारी पक्ष की बात
सरकारी वकील रचना मान ने कहा कि यश दयाल ने नाबालिग लड़की को क्रिकेट में आगे बढ़ाने का झूठा वादा करके उसके साथ गलत काम किया. कानून के मुताबिक नाबालिग की सहमति का कोई मतलब नहीं होता. सबूत मजबूत हैं, इसलिए जमानत नहीं दी जा सकती.
कोर्ट का फैसला
जज ने सभी दलीलों को सुनने के बाद याचिका खारिज कर दी. कोर्ट का मानना है कि इस गंभीर मामले पर अग्रिम जमानत देना सही नहीं होगा. अब यश दयाल को गिरफ्तारी का खतरा है. वे नियमित जमानत के लिए आवेदन कर सकते हैं या ऊपरी कोर्ट में अपील कर सकते हैं.
क्रिकेट करियर पर असर
यह मामला यश दयाल के क्रिकेट करियर पर बड़ा असर डाल सकता है. IPL 2026 से पहले यह खबर उनके लिए मुश्किल खड़ी कर रही है. जांच जारी है और पुलिस सबूतों को और मजबूत कर रही है. पीड़िता की उम्र कम होने की वजह से मामला संवेदनशील है.


