बहू से अवैध संबंध और बेटे की हत्या की साजिश का आरोप...पंजाब के पूर्व DGP ने तोड़ी चुप्पी, दी ये सफाई
Mohammad Mustafa Case : पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा पर अपने बेटे अकील अख्तर की हत्या की साजिश रचने और बहू से अवैध संबंध रखने के आरोप लगे हैं. बेटे की ड्रग्स ओवरडोज से मौत के बाद एक वीडियो सामने आया जिसमें उसने पिता पर गंभीर आरोप लगाए. मुस्तफा ने आरोपों को झूठा बताते हुए बेटे की मानसिक बीमारी और लत का हवाला दिया. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

Mohammad Mustafa Case : पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) मोहम्मद मुस्तफा इन दिनों गंभीर विवादों के घेरे में हैं. उनके खिलाफ उनके ही बेटे अकील अख्तर की हत्या की साजिश रचने और अपनी बहू के साथ अवैध संबंध रखने जैसे संगीन आरोप लगे हैं. यह मामला तब सुर्खियों में आया जब उनके बेटे की अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई और बाद में उसका एक वीडियो सामने आया जिसमें उसने अपने पिता पर सीधे-सीधे आरोप लगाए.
16 अक्टूबर को आई थी मौत की खबर
मोहम्मद मुस्तफा की सफाई
इन आरोपों के बाद पूर्व डीजीपी मुस्तफा मीडिया के सामने आए और अपनी सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि उनका बेटा ड्रग्स की लत का शिकार था और मानसिक रूप से बीमार हो चुका था. उन्होंने बताया कि अकील सीजोफ्रेनिया से ग्रस्त था और उसे कई बार डि-एडिक्शन सेंटर में भर्ती कराया गया. उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि वे जीवनभर नशे के खिलाफ लड़ते रहे, लेकिन अपने ही बेटे को नहीं बचा सके. मुस्तफा ने इस पूरे प्रकरण को राजनीतिक साजिश करार दिया और कहा कि उनके खिलाफ शिकायत करने वाला व्यक्ति न तो पड़ोसी है, न ही रिश्तेदार, बल्कि एक ऐसा शख्स है जिस पर पहले से बैंक फ्रॉड और अन्य आपराधिक केस दर्ज हैं.
वीडियो वायरल होते ही केस दर्ज
जैसे ही अकील का वीडियो वायरल हुआ, पंचकुला पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना, बहू और बेटी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. रजिया सुल्ताना एक जानी-मानी राजनेता और पंजाब की पूर्व कैबिनेट मंत्री भी रह चुकी हैं. मामला हाई-प्रोफाइल होने के कारण पुलिस ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है और एक एसीपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में जांच शुरू हो चुकी है.
पारिवारिक विवाद या गहरी साजिश?
यह पूरा मामला सिर्फ एक पारिवारिक विवाद भर नहीं दिखता, बल्कि इसके पीछे राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर कई परतें हैं. एक ओर बेटे की वीडियो रिकॉर्डिंग, बहू से कथित अवैध संबंध, तो दूसरी ओर राजनीतिक साजिश और चरित्र हनन के आरोप इन सबने इस मामले को और भी पेचीदा बना दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह ड्रग्स की ओवरडोज़ बताई गई है, लेकिन अगर वीडियो को साक्ष्य माना जाता है तो मुस्तफा की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.
अंतिम संस्कार और आगे की कार्रवाई
अकील अख्तर का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) के हरड़ा खेड़ी में किया गया. परिजन इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि पुलिस सभी बयानों, वीडियो और फॉरेंसिक साक्ष्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है. आने वाले दिनों में ये देखना होगा कि जांच किस दिशा में जाती है और क्या पूर्व डीजीपी को इन आरोपों से राहत मिलेगी या कानूनी शिकंजा कसता जाएगा.


