हरदोई में दो ट्रेनों को पटरी से उतारने की कोशिश, लोको पायलट की सतर्कता से टला बड़ा हादसा
उत्तर प्रदेश के हरदोई में सोमवार शाम एक बड़ा रेल हादसा टल गया जब अज्ञात शरारती तत्वों ने राजधानी एक्सप्रेस और काठगोदाम एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की साजिश रची. दोनों ट्रेनों के ट्रैक पर लकड़ी के टुकड़े और अर्थिंग वायर बांधकर अवरोध पैदा किया गया था.

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक बड़ा रेल हादसा टल गया. सोमवार शाम अज्ञात शरारती तत्वों ने राजधानी एक्सप्रेस समेत दो ट्रेनों को पटरी से उतारने की खतरनाक साजिश रची, लेकिन लोको पायलटों की सतर्कता ने सैकड़ों यात्रियों की जान बचा ली. यह घटना दलेलनगर और उमरताली स्टेशन के बीच किलोमीटर मार्कर 1129/14 के पास हुई, जहां पटरियों पर लकड़ी के टुकड़े और अर्थिंग वायर बांधकर रोड़े लगाए गए थे.
राजधानी एक्सप्रेस (20504), जो दिल्ली से असम के डिब्रूगढ़ जा रही थी, उसके चालक ने समय रहते बाधा को देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए और ट्रेन को रोका. इसके बाद रेलवे अधिकारियों को सूचना दी गई. इसी ट्रैक पर पीछे से आ रही काठगोदाम एक्सप्रेस (15044) के चालक ने भी सतर्कता दिखाते हुए ट्रेन को समय रहते रोक दिया.
राजधानी एक्सप्रेस पर पहला हमला
सोमवार शाम राजधानी एक्सप्रेस के चालक ने पटरियों पर बंधे लकड़ी के टुकड़े और तार को देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाए. ट्रेन रुकने के बाद उन्होंने खुद बाधा को हटाया और रेल प्रशासन को सूचना दी. उनकी सतर्कता से एक बड़ी दुर्घटना टल गई.
🚨 BREAKING NEWS
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) May 20, 2025
Train sabotage bid FOILED in Hardoi, Uttar Pradesh.
STRICTEST action needed against the culprit. pic.twitter.com/nGIZ9UWn03
काठगोदाम एक्सप्रेस भी थी निशाने पर
राजधानी एक्सप्रेस के तुरंत बाद उसी ट्रैक पर काठगोदाम एक्सप्रेस भी गुजरने वाली थी, लेकिन उसके चालक ने भी बाधा को समय पर देख लिया और ट्रेन रोक दी. इस तरह दो जानलेवा हमले असफल हो गए.
पुलिस और रेलवे विभाग में हड़कंप
घटना की जानकारी मिलते ही जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं. एसपी नीरज कुमार जादौन ने स्थल का निरीक्षण किया और जांच के आदेश दिए. अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है.
फरवरी में भी हुई थी ऐसी ही साजिश
इससे पहले फरवरी में रायबरेली में भी एक ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश नाकाम हुई थी. तब चंपा देवी मंदिर के पास पटरियों पर पत्थर रख दिए गए थे, जिसे यशवंतपुर एक्सप्रेस के चालक ने समय पर देख लिया और ब्रेक लगाकर हादसा टाल दिया.
रेलवे की चिंता बढ़ी, सुरक्षा कड़ी
लगातार हो रही इन घटनाओं से रेलवे विभाग की चिंता बढ़ गई है. रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों ने ट्रैकों की निगरानी बढ़ा दी है और जांच तेज कर दी गई है कि आखिर ये साजिशें कौन और क्यों रच रहा है.


