औरंगजेब की कब्र खोदकर अरब सागर में बहा दिया जाए, हिंदू सेना के नेता की ये कैसी मांग?
हिंदू सेना के नेता विष्णु गुप्ता ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से औरंगजेब को 'क्रूर' घोषित करने, उसकी कब्र को खोदकर अरब सागर में बहाने और उसके नाम से जुड़े स्थानों की पहचान बदलने की मांग की है. विष्णु गुप्ता ने औरंगजेब के द्वारा किए गए धार्मिक उत्पीड़न का हवाला देते हुए इसे ऐतिहासिक अपराध बताया.

मुगल सम्राट औरंगजेब को लेकर देशभर में चल रही बहस के बीच, हिंदू सेना ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से एक सख्त मांग की है. हिंदू सेना के नेता विष्णु गुप्ता ने गृह मंत्रालय को एक पत्र भेजकर तीन प्रमुख मांगें रखी हैं. विष्णु गुप्ता ने मांग की है कि औरंगजेब को 'क्रूर' शासक घोषित किया जाए, उसकी कब्र को खोदकर उसके अवशेषों को अरब सागर में बहा दिया जाए और उसके नाम से जुड़े सड़कों और स्थानों की पहचान बदल दी जाए. इसके अलावा, आगे कहा कि औरंगजेब की कब्र पर बने स्थान का उपयोग स्कूल या अस्पताल बनाने के लिए किया जाए.
विष्णु गुप्ता की तीन प्रमुख मांगें
विष्णु गुप्ता ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजे गए पत्र में औरंगजेब के इतिहास का जिक्र करते हुए उसकी क्रूरता का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने हिंदू मंदिरों और मठों को नष्ट किया और कई हिंदू संतों और नेताओं की हत्या की. उन्होंने ये भी कहा कि महाराष्ट्र के संभाजीनगर में स्थित औरंगजेब की कब्र को खोदकर उसके अवशेषों को अरब सागर में बहा देना चाहिए और उस स्थान का पुनः उपयोग किया जाए.
अजमेर शरीफ दरगाह विवाद में विष्णु गुप्ता का बयान
इससे पहले, विष्णु गुप्ता ने अजमेर शरीफ दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए अदालत का रुख किया था. उनकी ये दलील भी सुर्खियों में रही थी. विष्णु गुप्ता ने अपने पत्र में ये भी कहा कि औरंगजेब ने ना केवल हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ा, बल्कि गुरु देग बहादुर सिंह, गोकुला जाट और छत्रपति संभाजी महाराज की हत्या भी की.
अबू आजमी का विवादित बयान
औरंगजेब को लेकर ये बहस उस समय और भी तेज हो गई जब महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी ने मुगल सम्राट की तारीफ की. उन्होंने दावा किया कि औरंगजेब के शासन में भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था और उसने कई मंदिरों का निर्माण कराया था. उनके इस बयान को लेकर भारी विवाद खड़ा हो गया, जिसके बाद उन पर केस दर्ज किया गया और विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया.


