इस Exit Poll में RJD सबसे बड़ी पार्टी, तीसरे नंबर पर खिसकी भाजपा; CM फेस की रेस में...
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जारी हुए एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया है. सर्वे के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को 121 से 141 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है. जबकि महागठबंधन को 98 से 118 सीटें मिल सकती हैं.

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जारी हुए एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया है. सर्वे के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को 121 से 141 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है. जबकि महागठबंधन को 98 से 118 सीटें मिल सकती हैं.
एनडीए की वापसी का अनुमान
एग्जिट पोल के मुताबिक, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को अधिकतम दो सीटें मिल सकती हैं, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को भी दो सीटों पर जीत मिलने की उम्मीद जताई गई है.
आरजेडी बनेगी सबसे पार्टी
सीटों के लिहाज से देखा जाए तो आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) 67 से 76 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है. इसके बाद जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) दूसरे और भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) तीसरे स्थान पर रह सकती है. JDU को 56 से 62 सीटें और BJP को 50-56 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है.
वोट शेयर के मामले में एनडीए को बढ़त
वोट शेयर के मामले में एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है. एग्जिट पोल के अनुसार, एनडीए को लगभग 43% वोट, महागठबंधन को 41% वोट, जन सुराज पार्टी को 4% वोट व और अन्य दलों को करीब 12% वोट मिलने की उम्मीद है. वहीं, मुख्यमंत्री पद के चेहरे की बात करें तो तेजस्वी यादव इस रेस में सबसे आगे नजर आ रहे हैं, जबकि नीतीश कुमार दूसरे स्थान पर हैं.
14 नवंबर को आएंगे नतीजे
कुल मिलाकर, एक्सिस माय इंडिया के इस एग्जिट पोल से संकेत मिल रहे हैं कि बिहार में सत्ता की लड़ाई काफी कड़ी और रोचक हो सकती है. हालांकि, अंतिम फैसला तो मतगणना के दिन ही सामने आएगा, जब यह स्पष्ट होगा कि राज्य की जनता ने इस बार किस गठबंधन पर भरोसा जताया है.
122 सीटों पर जीत आवश्यक
आपको बता दें कि बिहार राज्य में कुल 243 विधानसभा सीटें है. बिहार राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी दल या गठबंधन के पास 122 सीटों का होना जरुरी है. अधिकांश एग्जिट पोल में एनडीए की सरकार बनने का अनुमान जताया जा रहा है. हालांकि, कई बार एग्जिट पोल सही साबित होते हैं और कई बार गलत भी साबित हुए हैं. बिहार के पिछले दो विधानसभा और हाल ही में हुए चुनावों में एग्जिट पोल नतीजों से बिल्कुल अलग थे.


