दिल्ली में भजन संध्या के दौरान पथराव, कांच के ग्लास से हमला...गंभीर रूप से घायल हुई महिला
दिल्ली के पंडारा रोड पर भजन संध्या के दौरान अचानक हुए पथराव और कांच के गिलास फेंकने से अफरा-तफरी मच गई, जिसमें एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. पुलिस ने जांच के लिए दो श्रमिकों को हिरासत में लिया है.

नई दिल्ली : दिल्ली के पंडारा रोड क्षेत्र में आयोजित एक धार्मिक भजन संध्या कार्यक्रम के दौरान अचानक हुए हमले ने पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी. यह कार्यक्रम ठाकुर जी के विवाह महोत्सव का हिस्सा था, जो तीन दिनों तक चलने वाला आयोजन है. दूसरे दिन शाम करीब 6 बजे, जब भक्त भजन-कीर्तन में शामिल थे, तभी अचानक पत्थर फेंके जाने लगे और कांच के गिलास हवा में उड़ते हुए कार्यक्रम स्थल पर गिरने लगे. इस हमले में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे नज़दीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद कार्यक्रम स्थल पर भय और तनाव का माहौल फैल गया.
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, दो संदिग्ध हिरासत में

विश्व हिंदू परिषद का गंभीर आरोप, माहौल गरमाया
घटना को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. संगठन के प्रवक्ता विनोद बंसल ने सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया कि यह हमला कथित रूप से उन मज़दूरों द्वारा किया गया जो पास में निर्माण कार्य कर रहे थे और जिन्हें उन्होंने "जिहादी कारीगर" कहा. उन्होंने लिखा कि इस तरह का हमला राजधानी के सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में धार्मिक कार्यक्रम के बीच हुआ, जो न केवल वहां रहने वाले लोगों के लिए बल्कि पूरे हिंदू समुदाय के लिए चिंता का विषय है. बंसल ने कहा कि कई श्रद्धालु कांच और पत्थरों की चपेट में आकर घायल हुए, जिनमें एक महिला की हालत अत्यंत गंभीर है.
राहत और जांच पर सवाल, पुलिस पर उठी निगाहें
VHP के अनुसार, हमलावर निर्माणाधीन भवन में ताला लगाकर भाग निकले और पुलिस अब उनकी तलाश में जुटी है. संगठन का कहना है कि यह कोई सामान्य अपराध नहीं बल्कि धार्मिक भावनाओं पर हमला है, इसलिए दिल्ली पुलिस को त्वरित और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. स्थानीय निवासियों का कहना है कि कार्यक्रम के दौरान अचानक हुआ हमला न केवल चौंकाने वाला था बल्कि इससे इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठे हैं.
स्थिति पर आगे की कार्रवाई का इंतजार
फिलहाल पुलिस घटनास्थल से मिले सबूतों और संदिग्धों की पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है. हमले के वास्तविक कारणों, संभावित विवादों और आरोपों के पीछे की सच्चाई सामने आने में कुछ समय लग सकता है, लेकिन घटना ने राजधानी में धार्मिक आयोजनों की सुरक्षा को लेकर चिंता जरूर बढ़ा दी है.


