दिल्ली में BJP नेता का अपहरण कर हत्या, सुरजकुंड पहाड़ियों में मिली लाश...3 आरोपी गिरफ्तार
दक्षिणी दिल्ली में भाजपा नेता विकास मावी का अपहरण कर हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके निशानदेही पर शव सुरजकुंड पहाड़ियों से बरामद किया. हत्या के पीछे सटीक वजह अभी अस्पष्ट है, जबकि आरोपी और उनके सहयोगी फरार हैं.

नई दिल्ली : दक्षिणी दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ स्थानीय नेता विकास मावी के अपहरण और हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने हत्या के बाद मावी के शव को सुरजकुंड की पहाड़ियों में दबा दिया. गोविंदपुरी थाना पुलिस ने गुमशुदगी की शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके निशानदेही पर शव बरामद किया गया. पुलिस अब मामले में दो अन्य सहयोगियों की तलाश में छापेमारी कर रही है.
परिवार के साथ तेखंड़ गांव में रहते थे विकास
आखिरी बार शराब पीते देखा गया था
पुलिस उपायुक्त डॉ. हेमंत तिवारी के अनुसार, प्रारंभिक जांच में सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि विकास को आखिरी बार तुगलकाबाद में विशाल राय के साथ शराब पीते हुए देखा गया. पुलिस ने विशाल को हिरासत में लिया और पूछताछ के दौरान उसने अपहरण और हत्या की बात कबूल कर ली. उसकी निशानदेही पर प्रवीण उर्फ पम्मी और केशव बिधूड़ी को भी गिरफ्तार किया गया.
ऑफिस ले जाकर उसकी बेरहमी से पिटाई की
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने विकास को शराब पीने के बहाने राहुल बिधुड़ी के ऑफिस ले जाकर उसकी बेरहमी से पिटाई की और उसकी हत्या कर दी. इसके बाद शव को सुरजकुंड की पहाड़ियों में दफन कर गाड़ी सड़क किनारे छोड़ दी. आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए ऑफिस और इलाके के सीसीटीवी कैमरे व डीवीआर तक हटा दिए.
आरोपियों की पिछली आपराधिक गतिविधियां
पकड़े गए आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है और वे इलाके में अपने बोलबाले के लिए जाने जाते थे. विकास के चाचा बिजेन्द्र का कहना है कि आरोपी पहले भी कई मामलों में फंसे हुए थे और राहुल बिधुड़ी का ऑफिस अवैध रूप से सरकारी जमीन पर बनाया गया था. उन्होंने सरकार से बुलडोजर कार्रवाई की मांग भी की.
हत्या की वजह पर सस्पेंस
पुलिस ने तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी हत्या की असली वजह और किसके आदेश पर यह घटना हुई, स्पष्ट नहीं कर पाई है. सूत्रों के अनुसार, राहुल के कहने पर आरोपी विकास को उसके ऑफिस ले गए थे. इसके अलावा प्रवीण और राहुल के बीच पहले भी विवाद की जानकारी मिली है. यह मामला स्थानीय राजनीति और अपराध जगत के बीच गहराई से जुड़ा हुआ दिख रहा है, और पुलिस अब शेष आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.


