भुल्लर केस में CBI की जांच तेज, करीबी IPS अधिकारी रडार पर
डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वत केस में सीबीआई ने गिरफ्तार किया. भुल्लर की 71 संपत्तियों की जांच शुरू हो गई है. साथ ही पांच आईपीएस अफसरों से भी पूछताछ की तैयारी है.

सीबीआई चंडीगढ़ ने रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को एक स्क्रैप डीलर से 8 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में मोहाली से गिरफ्तार किया है. इस केस में कार्रवाई के तहत सीबीआई ने अंबाला, मोहाली, चंडीगढ़ और रोपड़ सहित सात स्थानों पर छापेमारी की. छापेमारी की यह कार्रवाई सीबीआई की आठ टीमों द्वारा अंजाम दी गई.
पेचीदा हो रहा मामला
अब यह मामला और भी पेचीदा होता जा रहा है क्योंकि जांच एजेंसियों के रडार पर डीआईजी भुल्लर के अधीन काम करने वाले पांच आईपीएस अधिकारी भी आ गए हैं. सीबीआई इन अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है. सूत्रों के अनुसार, भुल्लर ने इन अफसरों को कई ऐसे निर्देश दिए थे जो अब जांच के दायरे में आ चुके हैं. इन आदेशों की वैधता और उनकी भूमिका को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
इस पूरे रिश्वत प्रकरण में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी दिलचस्पी दिखाई है. ईडी ने भुल्लर की अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेजों की मांग सीबीआई से की है. अनुमान है कि ईडी जल्द ही मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर सकती है और कार्रवाई की शुरुआत हो सकती है.
71 अचल संपत्तियों की जांच शुरू
इस बीच, पंजाब सरकार भी सक्रिय हो गई है. राज्य सरकार ने सीबीआई की छापेमारी में सामने आई भुल्लर की 71 अचल संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है. इनमें कई संपत्तियां कथित तौर पर बेनामी हैं. राजस्व विभाग दस्तावेजों की जांच के बाद संपत्तियों को अटैच करने की प्रक्रिया शुरू करेगा.
इसी मामले में एक नया मोड़ तब आया जब स्क्रैप डीलर आकाश बत्ता का एक वीडियो सामने आया. वीडियो में उसने आरोप लगाया कि सीबीआई की कार्रवाई के बाद उसे अमेरिका से एक कॉल आया था, जिसमें खुलासा हुआ कि भुल्लर ने उनके पारिवारिक विवाद का फायदा उठाकर उनकी जमीन सस्ते दामों पर खरीद ली थी.


