छत्तीसगढ़: कोरबा में कोयला खदान की दीवार गिरने से 2 लोगों की मौत, एक घायल
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में गेवरा ओपन-कास्ट कोयला खदान की दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और एक घायल हो गया. वे अवैध कोयला चोरी के प्रयास में थे. पुलिस और एसईसीएल ने बचाव कार्य किया. एसईसीएल ने स्थानीय निवासियों से अवैध गतिविधियों से बचने की अपील की. कोयला चोरी कोरबा की बड़ी समस्या है और सुरक्षा मानकों का उल्लंघन रोकने के लिए निगरानी बढ़ाई जा रही है.

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में मंगलवार तड़के एक गंभीर हादसा हुआ, जब साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की गेवरा ओपन-कास्ट कोयला खदान की चारदीवारी का एक हिस्सा अचानक गिर गया. इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना हरदी बाजार थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुई, जहाँ स्थानीय पुलिस ने बताया कि तीन लोग अवैध रूप से कोयला चोरी करने के लिए खदान में घुसे थे.
कोयला चोरी के प्रयास में हुआ हादसा
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के मुताबिक, मृतकों की पहचान विशाल यादव (18) और धन सिंह कंवर (24) के रूप में हुई है. तीसरे घायल युवक साहिल धनवार का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि तीनों खदान की चारदीवारी के अंदर घुसकर कोयला चोरी करने की कोशिश कर रहे थे तभी दीवार का हिस्सा गिर गया, जिससे मलबे में दबकर दो युवक की मौत हो गई.
बचाव अभियान और शव बरामदगी
घटना के तुरंत बाद पुलिस और एसईसीएल के अधिकारियों ने बचाव कार्य शुरू किया. मलबे के नीचे दबे युवकों को निकालने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कड़ी मशक्कत की. विशाल यादव और धन सिंह कंवर के शव मलबे से बाहर निकाले गए, जबकि साहिल धनवार को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया, जहाँ उसका इलाज जारी है.
स्थानीय निवासियों से अपील
एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी सनीश चंद्रा ने इस हादसे की पुष्टि करते हुए कहा कि ये लोग अवैध रूप से कोयला चोरी कर रहे थे, जिसके कारण कोयला की परत ढह गई. उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे इस तरह के खतरनाक और गैरकानूनी कार्यों से बचें क्योंकि इससे उनकी जान को गंभीर खतरा होता है.
अवैध कोयला चोरी की समस्या
कोरबा जिले में कोयला चोरी एक बड़ी समस्या बनी हुई है. खदानों की चौड़ी पहुंच और कमजोर सुरक्षा के कारण कई बार लोग अवैध तरीके से कोयला निकालने का प्रयास करते हैं, जिससे कई बार इस तरह के हादसे होते रहे हैं. खदानों में सुरक्षा मानकों का उल्लंघन और अवैध गतिविधियों की रोकथाम पर लगातार निगरानी रखी जा रही है.


