CM योगी ने कांवड़ियों का फूल बरसा कर किया स्वागत, उपद्रवियों को दी सख्त चेतावनी
इस साल अब तक एक करोड़ से ज्यादा शिव भक्त कांवड़ यात्रा में शामिल हो चुके हैं, जो अपने दिल में भक्ति और उत्साह लिए पवित्र जल इकट्ठा करने और भगवान शिव को अर्पित करने की अपनी पवित्र यात्रा पर निकले हैं. यह आध्यात्मिक यात्रा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि भक्तों के अटूट विश्वास और एकता की मिसाल है.

CM Yogi welcomed the Kanwariyas: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में कांवड़ यात्रियों पर पुष्प वर्षा कर उनका हार्दिक स्वागत किया. उन्होंने चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग और मेरठ-मुजफ्फरनगर मार्ग का हवाई निरीक्षण भी किया, ताकि यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा लिया जा सके. इस पवित्र तीर्थयात्रा में श्रद्धालुओं की भक्ति और उत्साह को देखकर मुख्यमंत्री ने इसे सामाजिक समरसता और अटूट आस्था का प्रतीक बताया. श्रावण मास में भगवान शिव के भक्तों द्वारा की जाने वाली कांवड़ यात्रा उत्तर भारत में आस्था का एक अनुपम उदाहरण है. इस दौरान लाखों श्रद्धालु गंगा से जल लेकर अपने स्थानीय मंदिरों में भगवान शिव को अर्पित करते हैं. मुख्यमंत्री योगी ने इस अवसर पर न केवल श्रद्धालुओं की भक्ति की सराहना की, बल्कि यात्रा को सुगम बनाने वाले सामाजिक संगठनों के प्रयासों की भी प्रशंसा की.
श्रद्धालुओं की भक्ति और सामाजिक समरसता की मिसाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रियों की भक्ति और उनके द्वारा प्रदर्शित सामाजिक समरसता की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि युवाओं और बच्चों की इस यात्रा में भागीदारी आस्था की गहराई को दर्शाती है. योगी ने सभी से अपील की कि वे इस पवित्र यात्रा को और सम्मानजनक बनाएं. साथ ही, उन्होंने विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों द्वारा की गई तैयारियों की सराहना की, जो इस यात्रा को सुचारु बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
धार्मिक भावना को बदनाम करने वालों को चेतावनी
मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की कोशिशों के प्रति सतर्कता बरतने की चेतावनी दी. उन्होंने कहा, 'कुछ तत्व उत्साह और भक्ति को नुकसान पहुंचाने और बदनाम करने के निरंतर प्रयास कर रहे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर और यहां तक कि व्यक्तिगत रूप से भी, कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. प्रत्येक कांवड़ संघ की यह जिम्मेदारी है कि वह भगवान शिव की इस पवित्र यात्रा को बदनाम करने वाले गुंडों के रूप में ऐसे सभी तत्वों को बेनकाब करे. उन्हें अपने साथ शामिल न होने दें और तुरंत प्रशासन को सूचित करें.
श्रद्धालुओं को संवेदनशीलता का संदेश
मुख्यमंत्री ने कांवड़ियों से दूसरों की भावनाओं का सम्मान करने और पर्यावरण को स्वच्छ रखने की अपील की. उन्होंने कहा, "मैं सभी कांवड़ियों और सभी से दूसरों की समस्याओं को समझने की अपील करता हूं." साथ ही, उन्होंने यात्रियों को सलाह दी कि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में वे पुलिस को सूचित करें और स्वयं कोई कदम न उठाएं.
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रशासन के पास यात्रा के दौरान गड़बड़ी फैलाने वालों के सीसीटीवी फुटेज मौजूद हैं. उन्होंने कहा, 'कांवड़ यात्रा समाप्त होने के बाद, कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उपद्रवियों के पोस्टर लगाए जाएंगे और हर एक को जवाबदेह ठहराया जाएगा.'
कांवड़ यात्रा का महत्व
इससे पहले, मुख्यमंत्री योगी ने गाजियाबाद के श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेश की शांति, सुख और समृद्धि के लिए प्रार्थना की. उनकी इस उपस्थिति ने श्रद्धालुओं में और अधिक उत्साह भरा. कांवड़ यात्रा श्रावण मास में भगवान शिव की भक्ति का प्रतीक है, जिसमें भक्त गंगा का पवित्र जल लेकर अपने स्थानीय शिव मंदिरों में चढ़ाते हैं. यह तीर्थयात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि सामाजिक एकता और भक्ति का भी प्रतीक है.


