तेज रफ्तार का विरोध बना मौत का कारण, दबंगों ने चार दलितों पर चढ़ाई थार
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के सुनहरा गांव में तेज रफ्तार थार गाड़ी ने चार दलितों को कुचल दिया, जिसमें एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. यह घटना गाड़ी की स्पीड का विरोध करने पर हुई. पुलिस ने केस दर्ज किया है और आरोपियों की तलाश जारी है. गांव में तनाव है.

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव सुनहरा में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है. यहां कुछ दबंग युवकों ने तेज रफ्तार से थार गाड़ी चलाने का विरोध करने पर चार दलितों को अपनी गाड़ी से कुचल दिया. इस हादसे में 65 वर्षीय महिला शीला देवी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.
गांववालों ने ठाकुर समाज के कुछ युवकों द्वारा बस्ती में तेज रफ्तार से थार चलाए जाने का विरोध किया था. युवकों को यह नागवार गुजरा. विरोध के बाद पहले दोनों पक्षों में कहासुनी हुई और फिर मारपीट हुई. इसका बदला लेने के लिए बीती देर रात आरोपी युवकों ने अपनी थार गाड़ी से चार दलितों को कुचल दिया. घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए.
बुलंदशहर में जातिगत हिंसा
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई. घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. हादसे में 65 वर्षीय वृद्धा शीला देवी की मौके पर मौत हो गई. पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
विरोध करने पर दलितों पर चढ़ाई गाड़ी
एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने बताया कि कोतवाली देहात क्षेत्र में दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था. एक पक्ष के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी गई है. जिसमें एक महिला की दर्दनाक मौत हुई है. उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा बीएनएस की गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है. एससी एसटी एक्ट में भी मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उनका कहना है कि घटना बेहद गंभीर है, दोषियों को किसी भी हाल में बख्सा नहीं जाएगा.