पहले लड़खड़ाए फिर गिर गए , जहर खा कर पटना जंक्शन पहुंचे भाई बहिन
पटना से एक दुखद घटना सामने आई है। एक भाई-बहन ज़हर खाने के बाद इधर-उधर घूमते दिखे। वे अचानक लड़खड़ाकर गिर गए, जिसके बाद उन्हें पटना के PMCH अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।

नई दिल्ली: पटना से एक दर्दनाक घटना सामने आयी है. जहां ज़हर खा कर दो भाई-बहिन घूमते नज़र आये. अचानक दोनों लड़खड़ाए और फिर गिर गए.जिसके बाद दोनों को पटना के PMCH अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गयी. दोनों की पहचान दिनेश राय और गोल्डी राय के रूप में हुई है, जो गोपालगंज के रहने वाले है.
जानकारी के मुताबिक दोनों ने पटना के गांधी नगर इलाके के पास जहर का सेवन किया.जिसके बाद से ही दोनों की तबियत लगातार बिगड़ने लगी. किसी तरह वे पटना जंक्शन तक पहुंचे जहा तबियत और बिगड़ गयी और वे लड़खड़ा के जमीन पर गिर गए. दोनों को गिरा देख पटना जंक्शन पर तैनात RPF और जीआरपी के जवानो ने उन्हें पटना के PMCH अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गयी.
बचपन में ही उठ गया था माँ-बाप का साया
दोनों भाई का जीवन बचपन से ही बहुत कठिन रहा. माँ के निधन के बाद से पिता ने भी परवरिश से इंकार कर दिया था. ऐसे में रिश्तेदारों ने उनका पालन पोषण किया.लेकिन जब वे बड़े हुए तो घर का माहौल तनावपूर्ण हो गया. रिश्तेदारों का व्यवहार बदलने लगा और एक दिन उन्हें घर से निकाल दिया गया. जिसके बाद दोनों पटना के कंकड़बाग इलाके में किराये के माकन में रहने लगे. लेकिन धीरे-धीरे बेरोज़गारी , रोज़मर्रा के खर्च और परिवार से मिल रही बार बार उपेक्षाओ ने उन्हें कमजोर कर दिया. जिसके बाद दोनों ने ये आत्मघातक कदम उठाने का निर्णय लिया. शुरूआती जांचे में अभी यही अनुमान लगाया जा रहा है.
घटना की जाँच में जुटी पुलिस
पुलिस ने बताया कि घटना के पीछे की सही वजहों का अभी पता नहीं चला है. गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) की एक जॉइंट टीम पूरे मामले की जांच कर रही है. उनके किराए के घर, मोबाइल फोन और कॉन्टैक्ट्स की भी जांच की जा रही है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या किसी ने उन्हें यह कदम उठाने के लिए उकसाया था, या यह पूरी तरह से मानसिक तनाव की वजह से लिया गया फैसला था. पुलिस का कहना है कि फिलहाल यह मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन असली वजहें सभी सबूत इकट्ठा होने और जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेंगी.


