महाकुंभ के दौरान अयोध्या में जुटी श्रद्धालुओं की भारी भीड़, चंपत राय ने की अपील
महाकुंभ का में स्नान के लिए प्रयागराज में श्रद्धालुओं का तांता लग रहा है. इनमें से बड़ी तादाद में लोग अयोध्या पहुंचकर भगवान राम के दर्शन भी कर रहे हैं. ऐसे में अयोध्या में भारी भीड़ देखी जा रही है. इन स्थितियों को देखते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने श्रद्धालुओं से बाद में आने की अपील की है.

यूपी के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ बहुत बढ़ गई है. इसी बीच, अयोध्या में भी भगवान राम के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लग रहा है. हाल के दिनों में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने श्रद्धालुओं से 15-20 दिन बाद आने की अपील की है.
चंपत राय ने एक पत्र में लिखा, "प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी को 'मुख्य स्नान' होगा. अनुमान है कि इस दिन लगभग 10 करोड़ श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान करेंगे. प्रयागराज से अयोध्या तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु ट्रेन और सड़क से यात्रा कर रहे हैं."
अयोध्या में बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या
चंपत राय ने आगे कहा, "पिछले तीन दिनों में अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अचानक बढ़ी है. अयोध्या के आकार और आबादी को देखते हुए इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को एक ही दिन में भगवान श्री रामलला के दर्शन कराना बहुत मुश्किल हो रहा है. लोग परेशान हो रहे हैं. इससे किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए व्यवस्थाओं में जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं. श्रद्धालुओं को लंबी दूरी तक पैदल चलना भी पड़ रहा है."
चंपत राय ने 15-20 दिन बाद आने की की अपील
चंपत राय ने फिर कहा, "हम आस-पास के इलाकों के श्रद्धालुओं से अपील करते हैं कि वे 15-20 दिन बाद अयोध्या यात्रा की योजना बनाएं, ताकि दूर-दराज से आने वालों को दर्शन में आसानी हो. वसंत पंचमी के बाद श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी और फरवरी में मौसम भी अच्छा रहेगा. इसलिए, आस-पास के इलाकों के श्रद्धालु उस समय अपनी यात्रा का प्लान बनाएं. हम आपसे अनुरोध करते हैं कि इस अपील पर ध्यान दें."
15 करोड़ लोग लगा चुके हैं आस्था की डुबकी
महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगातार बढ़ रहा है. पिछले 17 दिनों में 15 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया है. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंचने की उम्मीद है कि पुराने सभी रिकॉर्ड टूट जाएंगे. अनुमान है कि इस दिन 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान करेंगे.


